उत्तर प्रदेश में हुआ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हर दल के लिए महत्वपूर्ण है. यूपी विधानसभा चुनाव से पहले इसे सियासी प्रयोग की तरह देखा जा रहा है. राम नगरी अयोध्या में ज़िला पंचायत के चुनाव में अखिलेश यादव के समाजवादी पार्टी को शानदार जीत मिली है. 40 में से 24 सीटें उनके खाते में गईं. बीजेपी को बस 6 सीटें मिली. मायावती की पार्टी ने 5 पर जीत दर्ज की. बता दें कि उत्तर प्रदेश में हुए पंचायत चुनावों के पूरे नतीजे अभी तक नहीं आए हैं. आज भी इनके लिए गिनती चल रही है. 3050 जिला पंचायतों में से 702 पर बीजेपी आगे चल रही है. सपा 504 पर, तो बसपा 132 पर बढ़त लिए है. वहीं, कांग्रेस 62 सीटों के साथ आगे है, जबकि अन्य 608 के साथ आगे बढ़ रहे हैं. हालांकि ये सूत्रीय आंकड़े हैं और निर्वाचन आयोग ने अभी आंकड़े जारी नहीं किए हैं.
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वहीं, पीएम के गढ़ में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है. जिला पंचायत के 40 सीटों में से बीजेपी के खाते में आए महज 8 सीटें आईं हैं. वहीं 14 सीटों पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी जीते हैं. वहीं बसपा ने 5,अपना दल एस को 3 सुभासपा और आमआदमी पार्टी को 1 सीट मिली है. वहीं 3 निर्दल प्रत्याशी भी जीते चुनाव.
बुलंदशहर में हुए जिला पंचायत चुनाव में भाजपा के महज़ 10 प्रत्याशियों ने दर्ज कराई जीत. 52 जिला पंचायत के वार्डों में सिर्फ 10 वार्डों पर मिली भाजपा उम्मीदवारों को जीत. 42 जिला पंचायत वार्डों पर मिली भाजपा उमीदवारों को शिकस्त. भाजपा प्रत्याशियों को निर्दलीय, सपा, बसपा और रालोद कंडिडेट्स ने हराया. पूर्व मुख्यमंत्री के चचेरे भाई अभिषेक यादव उर्फ अंशुल सैफ़ई जिला पंचायत सदस्य सीट से 16254 मतों से हुए विजयी घोषित, भाजपा प्रत्याशी अवनीश को 6356 मत प्राप्त हुए.
HIGHLIGHTS
- त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हर दल के लिए महत्वपूर्ण है
- यूपी विधानसभा चुनाव से पहले इसे सियासी प्रयोग की तरह देखा जा रहा है
- अयोध्या में समाजवादी पार्टी को शानदार जीत मिली है