उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक दंपत्ति के साथ पासपोर्ट कार्यालय में हुए कथित धार्मिक टिप्पणी मामले में नए खुलासे हो रहे हैं।
तन्वी सेठ नाम की महिला ने आरोप लगाया था कि पासपोर्ट अधिकारी ने दूसरे धर्म के लड़के के साथ शादी करने को लेकर उस पर व्यक्तिगत टिप्पणी की थी।
लखनऊ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) दीपक कुमार ने कहा कि तन्वी सेठ ने पासपोर्ट बनाने के लिए जो मौजूदा पता दिया था उस पर पिछले एक साल से नहीं रह रही हैं।
दीपक कुमार ने कहा, 'जांच में हमने पाया कि तन्वी सेठ आवेदन में दिए गए अपने मौजूदा पते पर एक साल से नहीं रह रही हैं। हमने अपनी रिपोर्ट क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय को भेज दी है। आगे की कार्रवाई उनके द्वारा की जाएगी।'
गौरतलब है कि आवेदक तन्वी सेठ ने पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा पर बदसलूकी और धार्मिक टिप्पणी करने का आरोप लगाया था।
तन्वी सेठ के मुताबिक, जब वह अपना आवेदन लेकर विकास मिश्रा के पास गई तो उन्होंने मुस्लिम से शादी करने को लेकर व्यक्तिगत कमेंट किए, जब तन्वी सेठ ने इसका विरोध किया तो विकास मिश्रा ने उनके साथ बदसलूकी भी की।
और पढ़ें: UPPCS Mains की रद्द हुई परीक्षा की तारीख का हुआ ऐलान, 7 जुलाई को होगा हिंदी और निबंध का पेपर
तन्वी सेठ ने इस पूरे मामले की शिकायत ट्विटर के जरिए विदेश मंत्रालय से की थी। घटना की जानकारी होते ही विदेश मंत्रालय ने त्वरित कार्रवाई कर लखनऊ कार्यालय से रिपोर्ट मांगी थी, जिसके बाद विकास मिश्रा का तबादला गोरखपुर करने के साथ आनन-फानन में तन्वी सेठ और अनस सिद्दीकी का पासपोर्ट जारी कर दिया गया था।
वहीं विकास मिश्रा ने गुरुवार को ही मीडिया के सामने तन्वी सेठ द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन किया।
उन्होंने कहा था कि तन्वी सेठ अवैध रूप से अपने पति का नाम पासपोर्ट में शामिल कराना चाहती थीं, जिस निकाहनामे को आधार बनाकर वह यह दावा कर रहीं थीं, उसमें उनका नाम 'सादिया अनस' लिखा हुआ था। इसकी जानकारी उन्होंने आवेदन में नहीं दी थी। इसे लेकर उन्होंने आपत्ति जाहिर की थी।
और पढ़ें: AMU और जामिया मिलिया विश्वविद्यालय में दलितों को मिले आरक्षण: योगी आदित्यनाथ
Source : News Nation Bureau