समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव (SP Leader Ram Gopal) सोमवार को रात के अंधेरे में मुख्यमंत्री से मिलने उनके आवास पहुंचे थे. अब इस मुलाकात पर प्रदेश की सियासत पर महाभारत छोड़ गई है. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है के प्रोफेसर रामगोपाल यादव रात के अंधेरे में माफिया और गुंडों की पैरवी करने के लिए मुख्यमंत्री से मिले थे, ना कि इस मुलाकात में पिछड़ों और अल्पसंख्यकों का मुद्दा उठाया गया. इस बीच वह लेटर भी वायरल हो रहा है जो रामगोपाल यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपा था.
इस लेटर में रामेश्वर यादव और जोगेंद्र सिंह के खिलाफ जो पुलिस की कार्रवाई हो रही है, उस पुलिस कार्रवाई पर रोक लगाने की अपील की गई थी. दरअसल यह सारा बखेड़ा इसलिए खड़ा हुआ क्योंकि रामगोपाल यादव मुख्यमंत्री से मिलने के लिए रात के अंधेरे में गए थे. इस मुलाकात की कोई जानकारी मीडिया को भी नहीं दी गई और जब बात मीडिया में आ गई तब समाजवादी पार्टी ने डैमेज कंट्रोल करने के लिए ट्वीट किया कि यह मुलाकात पिछड़ों और अल्पसंख्यकों पर हो रही पुलिस कार्रवाई को रोकने के लिए की गई है.
इस मुलाकात के बाद जहां समाजवादी पार्टी डैमेज कंट्रोल करने के लिए बैकफुट पर आ गई है और इस मुलाकात को किसी इंडिविजुअल की पैरवी की जगह पिछड़ों और अल्पसंख्यकों पर हो रहे उत्पीड़न की कार्रवाई को रोकने के लिए की गई मुलाकात बताया है.
वहीं भाजपा इस मुलाकात के बाद समाजवादी पार्टी पर पूरी तरह से हमलावर है और भाजपा कह रही है कि प्रोफेसर रामगोपाल ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान गुंडे और माफिया तत्वों को कार्रवाई से बचाने के लिए पैरवी करने के लिए यह मुलाकात की थी. आरोप लगाया है कि समाजवादी पार्टी गुंडे माफियाओं के बिना एक कदम भी आगे नहीं चल सकती है.
Source : Anil Yadav