उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के निघासन इलाके में बुधवार को दो नाबालिग बहनों की लाश पेड़ से संदिग्ध परिस्थितियों में लटकी मिली. पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए पीड़ितों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. परिवार ने घटना के पीछे दो लोगों पर आरोप लगाया है और उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है. मृतका के परिवार का आरोप है कि बच्चियों के साथ दुष्कर्म किया गया और फिर उनकी हत्या कर दी गई. उन्होंने पीड़ितों के शवों को रख कर निघासन मार्ग को भी जाम कर दिया और मामले की गहन जांच की मांग की. आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह को मौके पर पहुंचाया गया और मामले में प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गई है.
इस मामले में यूपी के एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि पुलिस टीम घटनाओं के क्रम को स्थापित करने के लिए मौके पर पहुंच गई है. उन्होंने कहा, “लखीमपुर में दो बहनों के शव उनके घर से कुछ दूरी पर एक पेड़ पर लटके पाए गए. शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया. पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी की जा रही है. परिजनों से मिली शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया जाएगा. हर पहलू की जांच की जाएगी." ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी ने यूपी में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, “चौंकाने वाला! यूपी में दो बहनें पेड़ से लटकी मिलीं. सीएम योगी आदित्यनाथ की निगरानी में यूपी क्राइम कैपिटल बनता जा रहा है और प्रशासन और पुलिस की खामोशी ने लोगों को जंगल राज के खिलाफ सड़क पर उतरने को मजबूर कर दिया है.
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इस बीच, समाजवादी पार्टी ने राज्य में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार पर भी हमला किया और ट्वीट किया, “यूपी सीएम का सच जिसने महिलाओं की सुरक्षा के बारे में खोखले दावे किए! लखीमपुर खीरी में दो नाबालिग दलित बहनों के शव पेड़ से लटके मिले. योगी सरकार में गुंडे आए दिन मां-बहनों को परेशान कर रहे हैं, जो बेहद शर्मनाक है! सरकार मामले की जांच करवाए, दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए."