उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव के पहले जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव प्रदेश की सत्ता का सेमीफाइनल माना जा रहा था, जिसमें बीजेपी ने 75 में से 67 सीटों पर कब्जा कर लिया है तो वहीं समाजवादी पार्टी के हिस्से में महज 6 सीटें आई है. बुलेंदखंड की सभी सीटों पर बीजेपी ने क्लीन स्वीप किया है. संतकबीरनगर में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी बलिराम यादव चुनाव जीते. समाजवादी पार्टी प्रत्याशी बलिराम यादव को 18 वोट मिले. जबकि बीजेपी प्रत्याशी कृष्ण कुमार चौरसिया को 12 वोट मिले. छह वोटों से समाजवादी पार्टी के बलिराम यादव चुनाव जीत गए. महराजगंज में बीजेपी प्रत्याशी रविकांत पटेल को 38 और समाजवादी पार्टी प्रत्याशी दुर्गा यादव को 9 वोट मिले. वोटदान में 38 वोट पाकर बीजेपी प्रत्याशी रविकांत पटेल विजयी घोषित किए गए. खास बात रही की समाजवादी पार्टी ने अपने 9 जिला पंचायत सदस्यों का वोट सहेजे रखा. इसमें बीजेपी सेंधमारी नहीं कर पाई.
जौनपुर में बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष बन गई हैं. श्रीकला को अपना दल एस ने अंतिम समय में समर्थन दिया. मल्हनी विधानसभा उप चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी थे बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह. बस्ती में बीजेपी के संजय चौधरी जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव जीत गए हैं. उन्हें 39 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार वीरेंद्र चौधरी को महज चार वोट मिले हैं. नतीजे आने के बाद से बीजेपी खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई. कलेक्ट्रेट के निकट स्थित भारत रत्न पंडित अटल बिहारी बाजपेयी प्रेक्षागृह में सांसद हरीश द्विवेदी व विधायकों ने जीत का जश्न मनाया.
गाजीपुर में जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए बीजेपी की सपना सिंह की जीत हुई है. सपना को कुल 47 वोट मिले और समाजवादी पार्टी की कुसुमलता को कुल 20 वोट मिले. समाजवादी पार्टी की 30 साल से कब्जे वाली सीट पर पहली बार बीजेपी जिला पंचायत अध्यक्ष को बड़ी जीत मिली है. आंबेडकरनगर में जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर बीजेपी के साधु वर्मा ने एकतरफा जीत दर्ज की है. उन्हें 30 सदस्यों का समर्थन मिला. जबकि समाजवादी पार्टी प्रत्याशी अजीत यादव 10 वोट तक ही सीमित रह गए. एक वोट निरस्त हुआ है.
सिद्धार्थनगर में भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी शीतल सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित हुईं. शीतल सिंह को 40 वोट प्राप्त हुए, जबकि सपा प्रत्याशी पूजा यादव को पांच वोट मिले. जिले में 45 जिला पंचायत सदस्यों ने वोटदान किया. भारतीय जनता पार्टी समर्थित नौ सदस्य चुनाव जीते थे, जबकि सपा समर्थित 15 सदस्य चुनाव जीते थे. भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के तीन, बसपा के दो, अपना दल एस के एक सहित 15 निर्दलीय के साथ सपा के सदस्यों में भी सेंधमारी कर ली. किशन सिंह चौधरी मथुरा के जिला पंचायत अध्यक्ष घोषित किए गए हैं. किशन को 22 वोट मिले हैं इनके प्रतिद्वंदी रालोद प्रत्याशी राजेंद्र सिकरवार को 11 वोट मिले हैं.
अमेठी जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी राजेश अग्रहरि ने जीत दर्ज की है. अमेठी पंचायत अध्यक्ष पद के लिए कुल 36 वोट पड़े. बीजेपी प्रत्याशी राजेश अग्रहरि को 31 वोट मिले. राजेश अग्रहरी 27 वोटों से विजयी हुए. सपा की शीलम सिंह को कुल 04 वोट मिले. संतकबीर नगर और बलिया में समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की है. वहीं, एटा में समाजवादी पार्टी की रेखा यादव जिला पंचायत अध्यक्ष बन गई हैं. रेखा को 30 में से 24 वोट मिले. बीजेपी की विनीता यादव को कुल 4 वोट मिले हैं. जबकि दो वोट निरस्त हुए हैं. बागपत में राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशी ने विजयी परचम लहराया है. रायबरेली जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में बीजेपी समर्थित प्रत्याशी रंजना चौधरी ने जीत हासिल की है. उनको 30 वोट मिले हैं, जबकि कांग्रेस और सपा गठबंधन के प्रत्याशी पूर्व सांसद अशोक सिंह की बहू आरती सिंह को 22 वोट मिले हैं. जीत की उम्मीद लगाए कांग्रेस और सपा गठजोड़ को चुनाव में करारा झटका लगा है.
बाराबंकी जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राजरानी रावत 48 वोट पाकर चुनाव जीत गईं. उनके निकटतम प्रतिद्वंदी सपा की उम्मीदवार नेहा आनंद को सिर्फ 8 वोट मिले. कुल पड़े 57 वोटों में एक बैलट पेपर सादा पाया गया. यही नहीं पहली बार बीजेपी का उम्मीदवार जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर चुना गया है. सीतापुर में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं. बीजेपी प्रत्याशी श्रद्धा सागर 79 में से 56 वोट पाकर विजयी हुई हैं. निकटतम प्रतिद्वंदी सपा प्रत्याशी अनीता राजवंशी को 22 वोट मिले हैं. डीएम ने श्रद्धा सागर को जीत का प्रणाम पत्र दिया.
HIGHLIGHTS
- 75 में से 65 सीटों पर बीजेपी का कब्जा
- समाजवादी पार्टी के हिस्से में महज 6 सीटें आई
- बुलेंदखंड की सभी सीटों पर बीजेपी ने क्लीन स्वीप किया