सैकड़ों करोड़ के यूपी पॉवर कारपोरेशन के पीएफ घोटाले की अब तक हुई जांच में खुलासा हुआ है कि 14 शेयर ब्रोकर फर्मों के जरिए DHFL में कर्मचारियों के पीएफ की रकम लगाई गई. इन 14 शेयर ब्रोकर फर्म में से 5 के एड्रेस फर्जी निकले हैं. माना जा रहा है कि UPPCL के पीएफ की रकम DHFL में लगाने के लिए ही ज्यादातर शेयर ब्रोकर फर्म बनाई गई. जांच में यह भी बात सामने आई है कि कई फर्मों का मालिक एक ही व्यक्ति है.
इन शेयर ब्रोकर फर्म के मालिकों के UPPCL के अधिकारियों से संबंधों की जांच में EOW (Economic Offences Wing) लगी है. ऐसे ही एक शेयर ब्रोकर फर्म से गिरफ्तार आरोपी पीके गुप्ता के बेटे अबिनव के संबंधों की बात भी सामने आई है.
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फिलहाल अभिनव अभी फरार चल रहा है. EOW अभी उसकी तलाश कर रही है. EOW ने DHFL के तत्कालीन एरिया मैनेजर अमित प्रकाश से भी पूछताछ की है. करीब 2200 करोड़ के यूपीपीसीएल पीएफ घोटाले की जांच का दायरा लगातार बढ़ रहा है.
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यूपीपीसीएल के पूर्ऴ चेयरमैन और सीनियर आईएएस संजय अग्रवाल को नोटिस भेजने की तैयारी EOW कर रहा है. सूत्रों के मुताबिक अब तक जांच में EOW को जो जानकारियां मिली हैं उसके बाद संजय अग्रवाल से पूछताछ जरूरी हो गई है. संजय अग्रवाल फिलहाल केंद्र में तैनात हैं.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो