उत्तर प्रदेश सरकार ने आगरा में फतेहरपुर सीकरी के पास पांच युवाओं द्वारा स्विट्जरलैंड के एक जोड़े पर हुए हमले के बाद आगरा और उसके आसपास ऐतिहासिक धरोहरों के ईद-गिर्द गैर सामाजिक तत्वों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
बीते 24 घंटों में फतेहपुर सीकरी, आगरा का किला और ताजमहल के आसपास विदेशी पर्यटकों को निशाना बनाने वाले 50 से अधिक अवैध गाइड और एजेंट को गिरफ्तार किया गया है। उन पर उत्पीड़न, सार्वजनिक शांति भंग करने का मामला दर्जकर जेल भेज दिया गया है।
पुलिस के वरिष्ठ अधीक्षक अमित पाठक ने कहा कि स्मारकों में सूचना केंद्र बनाए गए हैं, जहां से सैलानी पुलिस की मदद ले सकेंगे। इस संदर्भ में दूरी और किरायों की पूरी जानकारी देने के लिए पुस्तिका प्रकाशित की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐतिहासिक स्मारकों पर अनाधिकृत विक्रेताओं की अवैध गतिविधियों पर नाखुशी जाहिर की है।
आगरा में तीन विश्वप्रसिद्ध ऐतिहासिक स्मारकों और कई स्थापत्य अजूबे हैं। यहां हर साल लगभग एक करोड़ घरेलू और विदेशी पर्यटक आते हैं।
आगरा होटल्स एंड रेस्तरां संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा के मुताबिक, 'पर्यटन आगरा की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है। यह बड़ी संख्या में छोटे और बड़े होटलों, एम्पोरिया, रिसॉर्ट के नेटवर्क को सहयोग देता है। यमुना एक्सप्रेसवे और लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद इसमें तेजी आई है। उन्होंने बताया कि फतेहपुर सीकरी में पर्यटन पर हजारों परिवारों निर्भर है।'
फतेहपुर सीकरी में 22 अक्टूबर को रेलवे ट्रैक के साथ चल रहे स्विट्जरलैंड एक जोड़े पांच युवाओं ने हमला कर दिया था। आदमी की हड्डियां टूट गई थी। दोनों को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया।
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होटल मालिकों को इस घटना से पर्यटन पर पड़ने वाले बुरे प्रभाव को लेकर चिंतित हैं।
होटल एलिविएट के मालिक राज कुमार ने कहा, 'सच में इन लपकाज की वजह से शहर बदनाम हुआ है। इन नकारात्मक खबरों से आगरा और विशेष रूप से पर्यटन उद्योग की निष्पक्ष और सकारात्मक छवि प्रभावित हुई है।'
उन्होंने कहा, 'आगरा का होटल कारोबार पर्यटन अनुकूल है और उचित आतिथ्य प्रदान करता है, जिसकी दुनियाभर के ग्राहक प्रशंसा करते हैं।'
पहले भी स्मारकों पर लपकों के उत्पीड़न की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई नहीं करने की खातिर पुलिस की बहुत आलोचना हुई है।
बजाज मंडल हेरिटेज कंजरवेशन सोसाइटी के श्रवण कुमार सिंह ने स्वीकारा, 'आगरा के कैंट रेलवे स्टेशन से लेकर एम्पोरियम, स्मारकों तक अवैध गाइड और एजेंट, जिन्हें स्थानीय भाषा में लपका कहा जाता है, इन्होंने पर्यटकों की नाक में दम कर रखा है।'
इस पूरी प्रक्रिया में पूरा पर्यटन उद्योग बदनाम हुआ है। पर्यटक दोबारा आगरा नहीं आना चाहते। हाल यह है कि फतेहपुर सीकरी में आप अकेले नहीं चल सकते, कदम-कदम पर ये लपके आपको घेरे रहते हैं।
लाइसेंसधारी पर्यटक गाइडों को भी इन लपकों की अवांछित गतिविधियों से निपटने के लिए प्रभावी नीति बनाने की जरूरत है।
हालांकि, आगरा की घटना के बाद 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार करने का एक वर्ग ने स्वागत किया है। हालांकि, गैर सामाजिक गतिविधियों में शामिल नहीं रहने वाले लोगों को गिरफ्तार करने को लेकर लोगों में रोष भी है।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार लोगों में से एक के पिता ने कहा, "यह फतेहपुर सीकरी में अपनी नाक बचाने की पुलिस की कोशिश है। पुलिस की जबरदस्ती की सख्ती है। उचित प्रचार और पर्यटकों को दुकान, एम्पोरियम या किसी होटल में जाने के लिए कहना अवैध नहीं हो सकता।"
उन्होंने कहा, 'पुलिस के पास कोई नियम या दिशानिर्देश नहीं है कि आगरा की छवि को जानबूझकर खराब करने वाली इस तरह की गतिविधि से किस तरह निपटा जाए।'
मुगल शहंशाह शाहजहां ने 17वीं सदी में अपनी बेगम मुमताज की याद में ताजमहल बनवाया था, जो विश्व के आठ अजूबों में से एक है।
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Source : IANS