त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति तोड़ने से शुरू हुई घटना अब तक नहीं थमी है। शनिवार को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में एक बार फिर बाबा साहेब डॉ भीम राव अंबेडकर की मूर्ति तोड़ी गई है।
आजमगढ़ में कप्तानगंज के राजापट्टी गांव में यह मूर्ति स्थित है। तस्वीर में देखा जा रहा है कि मूर्ति के सिर को तोड़ कर अलग कर दिया गया है। मूर्ति तोड़े जाने से गांव वाले काफी गुस्से में हैं।
मूर्ति तोड़े जाने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई है और मामले की जांच में जुटी है। अब तक मूर्ति तोड़ने वाले जिम्मेदार लोगों की पहचान नहीं हो पाई है।
इससे पहले मेरठ में भी भीम राव अंबेडकर की मूर्ति तोड़ी गई थी। हालांकि बाद में वहां दूसरी मूर्ति स्थापित कर दी गई थी।
त्रिपुरा में बीजेपी की जीत के दो दिन बाद 5 मार्च को रूसी समाजवादी क्रांति के नायक व्लादिमीर लेनिन की मूर्ति गिराई गई थी। जिसमें बीजेपी समर्थकों को मूर्ति गिराते वक्त 'भारत माता की जय' नारे लगाते हुए देखा गया था।
उसके बाद तमिलनाडु के वेल्लोर में ई वी रामासामी 'पेरियार' की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया गया था। फिर यह घटना लगातार पूरे देश में फैल गई।
कोलकाता में जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति को भी तोड़ा गया और केरल में महात्मा गांधी की मूर्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में सभी राजनीतिक पार्टियां (बसपा, सपा, बीजेपी) चुनावी मंच पर अंबेडकर की तस्वीर लेकर उनका गुणगान करती है। इसके बावजूद अंबेडकर की मूर्ति का तोड़ा जाना सामाजिक सौहार्द्ध को बिगाड़ने की कोशिश दिख रही है।
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Source : News Nation Bureau