उत्तर प्रदेश के नोएडा में इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों के निर्माण को बढ़ावा देने के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के काम में तेजी आएगी. भारत सरकार ने नोएडा में लिथियम-आयन सेल आधारित उत्कृष्टता केंद्र स्थापना के लिए 659.66 लाख रुपये की पहली किस्त भेज दे दी है. अपर मुख्य सचिव आईटी एंड इलेक्ट्रॉनिक्स आलोक कुमार ने कहा कि इस परियोजना के पहले चरण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने भी 219.90 लाख रुपये का योगदान देने के लिए सहमति दे दी है.
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इस पूरी परियोजना की लागत 1675.89 लाख रुपये है, जिसमें 854.90 लाख रुपये का योगदान भारत सरकार द्वारा और उत्तर प्रदेश सरकार 284.99 लाख और आईसीईए 536 लाख रुपये का योगदान किया जाएगा. अपर मुख्य सचिव ने कहा कि दिसंबर, 2023 तक यह प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनने के बाद पावर बैंक उद्योग, मोबाइल हैंडसेट के पुर्जे और इलेक्ट्रॉनिक्स एप्लीकेशन्स से संबंधित उत्पादों को डिजाइन और उनका विकास हो सकेगा.
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इस प्रोजेक्ट के तैयार होने के बाद पहले साल में लिथियम-आयन सेल पर आधारित पांच उत्पाद- चार्जर, पावर बैंक और वायरलेस पावर बैंक, एलईडी और स्पीकर विकसित किए जाएंगे. दूसरे वर्ष में चार उत्पादों को विकसित करने की योजना है, जिसमें इलेक्ट्रिक वाहनों, सौर संयंत्रों और सौर प्रणाली बैटरी पैक के लिए बैटरी मॉनिटरिंग प्रणाली सम्मिलित है, जबकि तीसरे वर्ष के दौरान जीपीएस नेविगेशन प्रणाली, यूपीएस प्रणाली, साउंटीमीटर और टिकट वेंडिंग मशीनों को विकसित करने का प्रस्ताव है.
Source : IANS