उत्तर प्रदेश राज्य चुनाव आयोग ने बुधवार को घोषणा की है कि राज्य में होने वाली स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर वो एसएमएस और सोशल मीडिया पोस्ट को मॉनिटर करेगी, ताकि किसी भी तरह का झूठा प्रचार- प्रसार नहीं हो सके।
राज्य चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि एसएमएस और सोशल मीडिया के जरिये झूठे प्रचार करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा।
तीन चरणों में होने वाला उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव 22 नवंबर से शुरु होगा। यह सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए इसी साल मार्च में हुए विधानसभा चुनाव के बाद पहला चुनावी टेस्ट होगा।
राज्य चुनाव आयुक्त एस के अग्रवाल ने कहा, 'चुनावी कार्यक्रम के अनुसार 22 नवंबर को 24 जिलों में वोट डाले जाएंगे, 26 नवंबर को 25 जिले और 29 नवंबर को 26 जिलों में वोटिंग होंगे।'
उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान किसी भी केन्द्रीय अर्द्ध-सैनिक बलों का इस्तेमाल नहीं होगा, सिर्फ राज्य पुलिस के जरिये ही इसे संभाला जाएगा।
चुनाव आयुक्त ने कहा, 'एक दिसंबर को राज्य के 16 नगर निगम, 198 नगर पालिका परिषद और 438 नगर पंचायत गिनती होगी।'
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विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत कर सरकार बनाने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी के लिए निकाय चुनाव भी अहम है, क्योंकि आगामी गुजरात विधानसभा चुनाव पर इस चुनाव का असर जरूर देखने को मिलेगा।
विधानसभा चुनाव में साथ लड़ी समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस निकाय चुनाव में अलग लड़ने का फैसला की है। वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) भी बिना किसी गठबंधन के चुनाव में उतर रही है।
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HIGHLIGHTS
- 22 नवंबर को 24 जिलों में वोट डाले जाएंगे, 26 नवंबर को 25 जिले और 29 नवंबर को 26 जिलों में वोटिंग होंगे
- एक दिसंबर को राज्य के 16 नगर निगम, 198 नगर पालिका परिषद और 438 नगर पंचायत गिनती होगी
Source : News Nation Bureau