उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राइमरी स्कूलों में मीड डे मील पकाने वाले रसोइयों के मानदेय में बढोत्तरी की. अब उनको 1000 की जगह 1500 रुपये का मानदेय दिया जाएगा जो कि सीधे उनके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किया जाएगा. मुख्यमंत्री लखनऊ में रसोइयों के सम्मान समारोह में हिस्सा लिया. लेकिन इस ऐलान पर रसोइयों ने हंगामा शुरू कर दिया. रसोइयों को मुख्यमंत्री से और अधिक बढ़ोत्तरी की उम्मीद थी.
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रसोइयों ने मुख्यमंत्री के सामने हंगामा करते हुए मानदेय में 1000 और बढ़ाने की मांग की. रसोइयों का कहना है कि उनको कम से कम 2000 रुपये मिलने चाहिए. इस हंगामें के बाद मुख्यमंत्री भी थोड़े असहज हो गए. हालाकि मुख्यमंत्री ने फिर स्थिति को संभाला और रसोइयों को ये भरोसा दिया कि उनकी मांग पर विचार किया जाएगा. सम्मान समारोह में पहुंचे रसोइये इस बात को लेकर ज्यादा खफा हुए कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने कार्यक्रम में दिए भाषण में ये कहा कि मीड डे मील बनाने में केवल 1 घंटा ही लगता है.
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जबकि रसोइयों का कहना है कि मीड डे मील बनाने और उसकी तैयारी करने में पूरा दिन निकल जाता है. बता दें कि मुख्यमंत्री ने रसोइयों के मानदेय में 500 रुपये बढ़ोत्तरी करने के साथ ही उन्हें ग्लव्स और टॉवेल भी मुहैया करने के निर्देश शिक्षा विभाग को दिए हैं. साथ ही ग्राम प्रधानों के शोषण से बचाने के लिए मुख्यमंत्री ने अब रसोइयों की नियुक्ति हर साल करने के आदेश को भी रद्द कर दिया है. अब रसोइयों का रिन्युअल हर साल अपने आप ही हो जाएगा.
Source : News Nation Bureau