उत्तरप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होनें बाढ़ ग्रस्त इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं की व्यवस्था को लेकर बात की।
सिद्धार्थनाथ ने कहा की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए उन्होनें बाढ़ग्रस्त क्षेत्र के हालात और वहां पर मौजूदा स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी सीएमओ और सीएमएस को दी है।
उन्होनें बताया की इस बातचीत के दौरान वहाँ पर एडीशनल डायरेक्टर भी मौजूद रहे।
सिद्धार्थनाथ ने बताया कि उन्होने गोंडा के बढ़ चौकी में डॉक्टर न होने के मामले को संज्ञान में लिया है और संबंधित डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है।
गौरतलब है कि इससे पहले मुखमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख़्त हिदायत देते हुए कहा कि अगर राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की ढील बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
अगर राहत कार्यों में कोई लापरवाही होती है तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होनें कहा बाढ़ की स्थिति को देखते हुए यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि बाढ़ का पानी खत्म होने पर एंटी वेनम दवाइयों का बंदोबस्त हो।
बाढ़ के बाद क्लोरीन टेबलेट, ओआरएस किट, बुखार और डायारिया की दवा उपलब्ध हो।
सिद्धार्थनाथ ने बताया कि दवाओं के लिए आवंटित 500 में से 250 करोड़ रूपये दवा के लिए दे दिया गया है।
अगर सप्लायर नही दे पा रहा है तो उसे पहले बताने की लिए कहा गया है।
सभी विभागों के लिए जवाबदेही तय की जा चुकी है और अधिकारियों से कह दिया गया है कि वो प्रो एक्टिव रहें।