नोटबंदी और उसके बाद कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन से उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिलों के पुश्तैनी कारोबार हथकरधा उद्द्योग पर बहुत बुरा असर पड़ा है. पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी, मऊ, आजमगढ़, अंबेडकर नगर, बस्ती और गोरखपुर आदि जनपदों में बुनाई एवं हथकरधा पुश्तैनी कारोबार रहा है और जिले की आर्थिक गतिविधि का केंद्र है. प्रदेश में हथकरधा उद्द्योग कई प्रकार की कमियों से जूझ रहा है इन दिनों.
इसके बाबत कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी को बुनकरों की समस्याओं को लेकर पत्र भी लिखा है. पत्र में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बुनकरों को फ्लैट रेट पर बिजली देने की योजना को पुनः बहाल करने की मांग को प्रमुखता के साथ उठाया है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पत्र में लिखा है कि मेरी जानकारी में आया है कि पिछले कुछ समय से वाराणसी के बुनकर बहुत ही परेशान और हताश हैं. पूरी दुनिया में मशहूर बनारसी साड़ियों के बुनकरों के परिवार दाने-दाने को मोहताज हो गए हैं.
बता दें बुनकरों की समस्या को ले कर उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू शुरू से मुखर रहें हैं. अजय कुमार लल्लू लगातार बुनकरों की आवाज उठाते रहे हैं. बुनकरों की समस्याओं को ले कर अजय लल्लू ने सदन में भी कई बार सरकार से सवाल भी किया है. अजय कुमार लल्लू ने सरकार से पूछा है कि बुनकरों की समस्या को लेकर क्या कर रही है? इस पर जवाब देते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने बताया कि सरकार छोटे-बड़े बुनकरों को बिजली दर पर छूट दे रही है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश शासन द्वारा ऊर्जा विभाग के 2006 के पूर्व आदेश को अवक्रमणीत कर 4 दिसंबर 2019 को संसोधित आदेश पारित कर पावरलूम बुनकरों को रिवयाती दर पर छूट देने का प्रावधान किया गया है. इसके अनुसार 0. 5 अश्वशक्ति के छोटे पावरलूम को प्रतिममह प्रतिलूम 120 यूनिट की सीमा तक 3.50 रुपया प्रति यूनिट की दर से छूट दिया जाना है तथा 1 अश्वशक्ति के बड़े पॉवरलूम पर प्रतिमाह प्रतिलूम 240 यूनिट की सीमा तक 3.50 रुपया प्रति यूनिट की दर पर छूट दी जानी है.इस प्रावधान के अनुसार 0. 5 अश्वशक्ति के 4 छोटे पावरलूम वाले बुनकर को प्रतिमाह 1680 रूपये की छूट एवं 1 अश्वशक्ति के 4 बड़े पॉवरलूम वाले बुनकर को प्रतिमाह 3360 की छूट इस साल के शुरुआत जनवरी 1, 2020 से दी जानी है.
Source : Bhasha/News Nation Bureau