उत्तर प्रदेश में महामारी कोरोनावायरस का कोहराम जारी है. प्रदेश में मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. राजधानी लखनऊ में मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने वालों की संख्या दोगुनी हो गई है. पहले के मुकाबले कोरोना काल में मृत्यु प्रमाण पत्र दोगुने बनाए जा रहे हैं. मिली जानकारी के मुताबिक, लखनऊ में नगर निगम के द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र लोगों को दिया जाता है. इस दौरान लखनऊ के तकरीबन आठ जोनों में मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार किया जाता है. हालांकि आमतौर पर मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार करने में 48 घंटे का समय लगता है, लेकिन इस बार एक हफ्ते का समय भी लग जा रहा है.
और पढ़ें: जनता के लिए जन कल्याणकारी कदम उठाए यूपी सरकार : प्रियंका गांधी
वहीं अपर नगर आयुक्त के अनुसार, पहले की तुलना में अब डेथ सर्टिफिकेट ज्यादा बनवाये जा रहे हैं, इसकी वजह से डाटा इंट्री में परेशानी आ रही है और लोगो को काफी समय लग रहा है, पहले एक महीने में करीब 2 हजार मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जाते थे, जिनकी संख्या अब बढ़कर 4 हजार हो गई है.
अपर नगर आयुक्त अमित कुमार ने कहा कि हमारे पास कोविड और नॉन कोविड दोनों तरीके के लोग आते हैं, इसलिए आकड़े बढ़ ही जाते हैं, जिनके लिए लगातार काम हो रहा है और लोगो को सहूलियत दी जा रही है. मई महीने में 20 तारीख तक 4 हजार 500 केस डेथ सार्टिफिकेट के आवेदन आ चुके हैं, जिनका प्रमाण पत्र जारी करने की कवायद जारी है.
बता दें कि यूपी में बुधवार को कोविड संक्रमण के 7,336 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 19,669 लोगों को डिस्चार्ज किया गया है. इस दौरान 282 लोगों की मौत हो गई है. राज्य में कोरोना संक्रमण से रिकवरी की दर बढ़कर 91.4 प्रतिशत हो गई है. चौबीस घंटों के दौरान सबसे ज्यादा 29 लोगों की मौत लखनऊ में हुई है. वहीं आगरा और एटा में 14-14 लोगों की मौत हो गई है. इसी प्रकार गाजीपुर और मेरठ में 13-13, गाजियाबाद में 12, बस्ती, आजमगढ़ व सहारनपुर में 9-9 लोगों की मृत्यु हुई है. लखनऊ 493, गौतम बुद्ध नगर 355, सहारनपुर 344, मेरठ 342, गोरखपुर 309, गाजियाबाद 307, बुलंदशहर 291, वाराणसी 240, मुजफ्फरनगर 201 केस मिले हैं.
अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में बीते 24 घंटे में करीब तीन लाख लोगों का कोरोना टेस्ट कर नया रिकार्ड बनाया गया. जो 2,99,327 सैंपल लिए गए, उनमें 1.18 लाख की आरटीपीसीआर जांच हुई. अभी तक प्रदेश में कुल 4.55 करोड़ लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है. कोरोना जांच के मामले में यूपी शुरुआत से ही देश में अव्वल रहा है. दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र में 3.20 करोड़ टेस्ट अब तक किए गए हैं और तीसरे नंबर पर कर्नाटक में 2.80 लोगों की कोरोना जांच की गई है.