उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार को यूपी पुलिस के सिपाहियों की गोली से एप्पल कंपनी के एक सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की मौत के बाद आज राज्य के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. विवेक तिवारी की पत्नी और परिजनों से मिलने के बाद डिप्टी सीएम मौर्य ने कहा, सरकार इस घटना पर दुख व्यक्त करती है. हम परिवार के साथ खड़े हैं और भविष्य ऐसी कोई घटना दुबारा न हो उसके लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं.
इसके साथ ही केशव प्रसाद मौर्य ने विवेक तिवारी के परिजनों को यह भी भरोसा दिलाया कि इसके लिए जो भी जिम्मेदार हैं उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी. गौरतलब है कि शनिवार को मृतक विवेक के परिजनों ने यह शर्त रखी थी कि जब तक यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ खुद उनसे मिलने नहीं आते हैं उन्हें उनके सुरक्षित भविष्य का भरोसा नहीं देते तब तक वो अंतिम संस्कार नहीं करेंगे.
इसके बाद योगी सरकार ने परिजनों को हर तरह की मदद का भरोसा दिलाते हुए मुआवजे की रकम को 10 लाख से बढ़कर 25 लाख कर दिया है. इतना ही नहीं यूपी सरकार ने मृतक विवेक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया है. लखनऊ के डीएम ने न्यूज स्टेट से बात करते हुए कहा था कि अगर मृतक विवेक के परिजन लिखित में मांग करेंगे तो मामले की सीबीआई जांच भी कराई जा सकती है.
गौरतलब है कि लखनऊ के गोमती नगर इलाके में शनिवार तड़के 1.30 बजे मकदूमपुर पुलिस चौकी के पास दो सिपाहियों ने एसयूवी में सवार 'एप्पल' के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी को गोली मार दी. गोली लगते ही तिवारी का संतुलन बिगड़ गया और उनका वाहन डिवाइडर से टकरा गया. सिर पर गोली लगने के कारण विवेक की मौके पर ही मौत हो गई. यह देखते ही दोनों आरोपी सिपाही मौके से भाग निकले.
दूसरे पुलिसकर्मियों ने विवेक को अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. हादसे के वक्त विवेक तिवारी के साथ रहीं सना की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर गोलीबारी करने वाले सिपाहियों -प्रशांत कुमार और संदीप- को गिरफ्तार कर लिया है.
Source : News Nation Bureau