उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ सांगीपुर ब्लॉक परिसर में चल रहे गरीब कल्याण दिवस पर आयोजित जन आरोग्य मेले में कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ता आमने सामने आ गए. दोनों पक्षों में जमकर नोक झोंक और मारपीट हुई. यही नहीं बीजेपी सांसद संगम लाल गुप्ता जान बचाकर भागे. जानकारी के अनुसार दोनों तरफ से आधा दर्जन कार्यकर्ता और कुछ पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है. इसके साथ ही सैकड़ों भाजपाइयों लखनऊ वाराणसी हाईवे को जाम कर दिया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की. उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद प्रमोद तिवारी और आराधना मिश्र समेत 27 नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. यह मामला सांगीपुर विकास खण्ड का बताया जा रहा है.
आज सांगीपुर ब्लाक परिसर में आयोजित आरोग्य मेले में पहले से पूर्व राज्य सभा सांसद प्रमोद तिवारी और विधायक रामपुर खास व नेता विधान मंडल दल यूपी आराधना मिश्र को दो बजे से मुख्य अतिथि बनाया गया था उसके बाद तीन बजे से बीजेपी सांसद संगम लाल गुप्ता को मुख्य अतिथि बनाया गया था. कार्यकर्ताओं के साथ सरकार द्वारा आयोजित मेले को सकुशल संपादित करा रहे थे तभी भारी लाव लश्कर के साथ सांसद संगम लाल गुप्ता वहां पहुंच गए. भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी शुरू कर दिया इससे वहां मौजूद कांग्रेसी कार्यकर्ता भी उत्तेजित होकर नारेबाजी शुरू कर दिया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है की सांसद के साथ आए दो कार्यकर्ताओं ने चल रहे कार्यक्रम में माइक छीनकर तोड़ दिया जिससे कांग्रेसी कार्यकर्ता भड़क गए. दोनो पक्ष के नेतागण अपने अपने कार्यकर्ता को हाथ जोड़ कर समझाते रहे लेकिन दोनो कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए और हालत बेकाबू हो गया. आपसी भिडंत में 3 गाडियां क्षतिग्रस्त हो गई कुछ पुलिस कर्मी भी घायल हो गए और सांसद संगम लाल को भी चोट लगी है उन्होंने बताया कि दो ब्लॉक का कार्यकर्म मै करके गया जैसे ही मंच पे जाने लगा तो पचास साथ लोग बैठे थे पहले से देखा कि इंस्पेक्टर को लोग मारने लगे तो मैंने कहा ये क्या कर रहे हो इसके बाद मुझे मारने लगे मेरे सुरक्षा कर्मी घायल हो गए गाड़ी हमारी क्षतिग्रस्त कर दिए हमारे कार्यकर्ताओं को गिरा गिरा कर मारा गया.
कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा मारपीट और तोड़फोड़ के मामले में कांग्रेस के पूर्व राज्य सभा प्रमोद तिवारी और आराधना मिश्रा समेत 27 और 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा पुलिस ने दर्ज कर लिया है. तो वहीं प्रमोद तिवारी ने कहा कि सरकारी कार्यकर्म था मंच पर हम लोग मौजूद थे तभी सांसद संगम लाल आ गए और उनके साथ कुछ अराजक तत्व साथ थे उनके मंच पर आने से कार्यकर्ता नारेबाजी करने लगे हम लोग बहुत समझाने का प्रयास किए उसके बाद सांसद जी सुरक्षित बाहर निकल गए बाहर क्या हुआ हम लोगो को नहीं पता. यही बात रामपुर ख़ास की विधायिका आराधना मिश्रा ने बताया कि सांसद जी जब अंदर आए तो उनके साथ 302 का आरोपी साथ था कार्यकर्ता नारेबाजी करने लगे हम और सांसद जी हाथ जोड़ कर समझाने का प्रयास कर रहे थे लेकिन माने नहीं सांसद जी यहां से सुरक्षित निकले है उनका कपड़ा कैसे फटा इसकी जानकारी नहीं है उनके सुरक्षा कर्मी उनको सुरक्षित बाहर ले गए . इस घटना क्रम की जांच होनी चाहिए.
Source : Brijesh Mishra