जहां एक तरफ लोग महामारी कोरोना वायरस (CoronaVirus Covid-19) की वजह उत्पन्न हुई आर्थिक समस्या से जूझ रहे हैं. तो वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश की जनता पर बिजली के बिल की भी मार पड़ी है. नोएडा में विद्युत निगम ने 50 हजार उपभोक्ताओं को 25 जून तक बिल जमा करने का नोटिस भेजा है. इसके साथ ही चेतावनी दी है कि अगर तय समय पर बिल नहीं भरा गया तो कनेक्शन काट दिए जाएंगे.
कोरोना के बीच में जनता से बिजली बिल वसूलने पर यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, 'जहां प्रदेश में लोगों के पास काम, कारोबार, रोजगार नहीं है, वहीं 'बदला-सरकार' लोगों के बिजली बिल न जमा करवा पाने की वजह से कनेक्शन काटने का नोटिस भेज रही है. ये अमानवीय है. जो लोग कुछ काम कर पा रहे हैं उनकी लागत भी डीज़ल-पेट्रोल की लगातार बढ़ती क़ीमतों से बढ़ रही है.'
बता दें कि विद्युत निगम ने वाणिज्यक, संस्थागत, औद्योगिक और घरेलू उपभोक्ताओं को बिल जमा करने के लिए मैसेज से नोटिस भेजने शुरू कर दिए हैं. बीते दो दिन में 50 हजार से अधिक उपभोक्ताओं को मैसेज भेजे हैं. विद्युत निगम के जिले में सभी वर्गों के 2.5 लाख उपभोक्ता हैं। इनमें से करीब 2 लाख उपभोक्ताओं ने जून महीने में बिल जमा नहीं किया है.
इन उपभोक्ताओं पर निगम का एक हजार करोड़ रुपये से अधिक का बिल बकाया है। कोरोना वायरस से लॉकडाउन के बाद उपभोक्ताओं पर बिजली बिल की देनदारी बढ़ती चली गई। इस बीच बहुत ही सीमित संख्या में उपभोक्ताओं ने बिल जमा किए थे। इससे उपभोक्ताओं पर बकाया बिल की राशि बढ़ गई।
Source : News Nation Bureau