BSP के संस्थापक कांशीराम की आज 87वीं जयंती है. इस खास मौके पर बीएसपी की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राजधानी लखनऊ में कांशीराम को श्रद्धांजलि दी. पार्टी के संस्थापक को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आगामी चुनावों के लिए पार्टी की रणनीतियों के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी आने वाले चुनाव में किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी और अकेले ही चुनाव लड़ेगी. इसके अलावा उन्होंने गरीबों, किसानों और महंगाई जैसे बड़े मुद्दों पर भी अपनी बात रखी.
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बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में मायावती की बहुजन समाज पार्टी अपनी प्रतिद्वंद्वी पार्टी समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था. बीते चुनाव के नतीजों को देखते हुए मायावती इस बार किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन करने के मूड में नहीं हैं. लिहाजा, उन्होंने कहा कि वे यूपी समेत चारों राज्यों में अपने दम पर ही चुनाव लड़ेंगे.
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उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गठबंधन से पार्टी को हमेशा नुकसान ही हुआ है. इसलिए बहुजन समाज पार्टी अब किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी और अकेले ही चुनाव लड़ेगी. उन्होंने मतदाताओं पर भरोसा जताते हुए कहा कि इस बार उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी अच्छा प्रदर्शन करेगी.
मायावती ने किसान आंदोलन को एक बार फिर अपना समर्थन दिया. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी किसानों के साथ खड़ी है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को किसानों के हित में नए कृषि कानूनों को तुरंत वापस लेना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने तेजी से बढ़ रही महंगाई पर भी बात की. उन्होंने कहा कि तेल के बढ़ते दामों की वजह से महंगाई में जबरदस्त उछाल हुआ है.
HIGHLIGHTS
- BSP के संस्थापक कांशीराम की 87वीं जयंती आज
- बीएसपी प्रमुख मायावती ने कांशीराम को दी श्रद्धांजलि