उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप की शिकार युवती ने दिल्ली के अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया हैं. बता दें कि वहशियों की दरिंदगी की शिकार पीड़िता की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी गई थी. पीड़िता पिछले दो हफ्ते से अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती थी, वहां हालत में कोई सुधार नहीं होने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. इस मामले में चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
और पढ़ें: हाथरस गैंगरेप पर प्रियंका गांधी का वार, कहा-यूपी में कानून व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड़ चुकी है
वहीं पीड़िता के भाई ने न्यूज नेशन पर बयान देते हुए यूपी पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन की तरफ से 14 सितंबर के तुरंत बाद आरोपियों के ऊपर कड़ी कार्यवाही नहीं की गई, जबकि हमने बताया था कि आरोपी पड़ोस के गांव के हैं फिर भी 20-22 तारीख तक का इंतजार किया गया.
पीड़िता के भाई ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश, दिल्ली और केंद्रीय महिला आयोग की तरफ से अभी हमारे पास कोई फोन नहीं आया. महिला आयोग ने इस मामले की सुध तक नहीं ली हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करते हैं कि चारों आरोपियों को फांसी की सजा होनी चाहिए ,आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए.
मृतका दलित युवती के भाई ने ये भी कहा कि हाथरस और अलीगढ़ में हमारी बहन को ठीक से इलाज नहीं मिला. वहां ऑक्सीजन की भी कमी थी और इलाज भी ठीक तरीके से नहीं हो पा रहा था. अगर उत्तर प्रदेश में अच्छा इलाज मिला होता तो आज हमारी बहन हमारे साथ जीवित होती.
वहीं पीड़िता की मां और और उनके भाई ने ये भी बयान दिया कि दोनों परिवारों के बीच काफी पुरानी रंजिश है, मुकदमा भी चला है. इस बार की घटना में संदीप नाम का लड़का अकेला था उसने पुरानी रंजिश में गला दबाकर मारने की कोशिश की. उसके साथ कोई और नहीं था, वो अकेला था. तहरीर में भी लड़की के परिवार वालों ने हत्या के प्रयास का ही आरोप लगाया और इसी के आधार पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ.
ये भी पढ़ें: हाथरस कांड : गैंगरेप के बाद दरिंदों ने पार की थी हैवानियत की हदें, तोड़ी रीढ़ की हड्डी, काटी जीभ
बता दें कि वहशियों की दरिंदगी की शिकार पीड़िता की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी गई. पीड़िता पिछले दो हफ्ते से अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती थी. वहां हालत में कोई सुधार नहीं होने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. इस मामले में चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पीड़िता ने मजिस्ट्रेट को दिए अपने बयान में कहा था कि चार युवकों ने उनके साथ गैंगरेपकिया और विरोध करने पर उसका गला घोंटने की कोशिश की, जिसमें पीड़िता की जीभ कट गई थी.
पीड़िता ने चारों आरोपियों की पहचान संदीप, रामू, लवकुश और रवि के रूप में की थी. पुलिस अधीक्षक ने बताया था कि संदीप को घटना के दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था. बाद में रामू और लवकुश को भी गिरफ्तार किया गया और शनिवार को चौथे आरोपी रवि को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. चारों आरोपियों के खिलाफ गैंगरेपऔर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है.
अधिकारियों ने कहा कि मुकदमा त्वरित अदालत में चलाया जाएगा. पीड़िता को घटना के दूसरे दिन अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. वहां वह वेंटिलेटर पर थी और शुरूआत से ही उसकी हालत चिंताजनक थी. इस पर दो दिनों के मंथन के बाद सोमवार को ही उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया था, जहां मंगलवार को उसकी मौत हो गई.
Source : News Nation Bureau