उत्तर प्रदेश के हाथरस की गैंगरेप पीड़िता दलित युवती ने अस्पताल के बिस्तर पर दम तोड़ दिया हैं. पीड़िता के साथ गैंगरेप के बाद उसपर जानलेवा हमला किया गया था. इसके बाद उसे अलीगढ़ के जेएन मेडिकल में भर्ती कराया गया था. वहीं कल ही उसे सफदरजंग रेफर किया गया था, जहां उसकी मौत हो गई. बता दें कि 14 सितंबर को प्रदेश के हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 19 साल की दलित लड़की के साथ कथित तौर पर गैंगरेप की वारदात हुई थी. पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
और पढ़ें: बाइक छूने पर उच्च जाति के 13 लोगों ने की दलित युवक की पिटाई, SC/ST एक्ट के तहत मामला दर्ज
पुलिस अधीक्षक विक्रांतवीर के मुताबिक युवती ने बलात्कार की वारदात के बारे में पुलिस को पहले कुछ नहीं बताया था मगर बाद में मजिस्ट्रेट को दिए गए बयान में उसने आरोप लगाया कि संदीप, रामू, लव कुश और रवि नामक युवकों ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया और विरोध करने पर जान से मारने की कोशिश करते हुए उसका गला दबाया.
गौरतलब है कि इससे पहले रविवार की देर शाम भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने मांग कि, 'इस मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाये और परिजनों को सुरक्षा प्रदान कराई जाये तथा उन्हें किसी सुरक्षित स्थान पर भेजा जाये. आजाद ने परिजनों को एक करोड़ रूपये की आर्थिक सहायता और हथियार का लाइसेंस प्रदान करने की भी मांग की है.'
ये भी पढ़ें: दिल्ली के विकासपुरी में 'गुरु जी' के आश्रम संचालक भतीजे पर रेप का केस दर्ज
वहीं इससे पहले, बसपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने हाथरस में एक लड़की से हुई दरिंदगी की घटना की कड़ी निंदा करते हुए राज्य सरकार से ऐसी घटनाओं को रोकने पर ध्यान देने की मांग की. मायावती ने ट्वीट किया, 'उत्तर प्रदेश क हाथरस जिले में एक दलित लड़की को पहले बुरी तरह से पीटा गया, फिर उसके साथ गैंगरेप किया गया, जो अति-शर्मनाक व अति-निन्दनीय है, अन्य समाज की बहन-बेटियां भी अब यहां प्रदेश में सुरक्षित नहीं हैं. सरकार इस ओर जरूर ध्यान दे. बसपा की यह मांग है.'
Source : News Nation Bureau