उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री के ‘आत्मनिर्भर अभियान’ के तहत आज प्रदेश विकास की नई राह पर दौड़ने को तैयार है. उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के पहले चरण में ही देश के अंदर तीन महीने में 4.5 लाख पीपीई किट का उत्पादन करना आरंभ कर दिया गया, जबकि कोरोना महामारी से पूर्व भारत में पीपीई किट का उत्पादन नहीं होता था.
योगी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने ‘लोकल को वोकल’ बनाने एवं ‘लोकल के लिए वोकल’ बनने का देश से आहवान किया. प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर अभियान के तहत आज उत्तर प्रदेश विकास की नई राह पर दौड़ने को तैयार है.’ उन्होंने कहा, ‘कोरोना संकट के दौर में लॉकडाउन के दौरान ही अपने प्रदेश ने न केवल पीपीई किट बनाने की ओर कदम बढ़ाए बल्कि सेनिटाइजर के उत्पादन में नई छलांग लगाई है. देश के 28 राज्यों और कई देशों तक प्रदेश से सेनिटाइजर भेजा गया है.राज्य के अंदर पंचायतों, निगमों, स्कूलों, जिलों को मुफ्त में सरकार ने इसे उपलब्ध कराया है.’
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भाजपा द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत भारतीय जनता पार्टी के एमएसएमई ऑनलाइन सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय पूरे देश की तुलना में सबसे अधिक थी, लेकिन बाद में यह प्रदेश सबसे पीछे हो गया.
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कारण स्पष्ट था कि प्रदेश के लघु एवं मध्यम उद्योगों को तबाह किया गया. प्रदेश के हर जिले में उसका एक उद्योग था जिसमें उस जिले को महारत थी. प्रदेश को प्रकृति ने भरपूर उर्वरा जमीन, प्रचुर जल संसाधन दिया है.’’ योगी ने कहा कि 2017 के चुनाव में भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में कहा था कि सत्ता में आने के बाद भाजपा परंपरागत उद्योगों को गति देगी. उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद हमने सबसे पहले हर जिले की मैपिंग कराई और पता चला कि प्रदेश के 75 में से 57 जिलों के अपने उत्पाद हैं.
Source : Bhasha