आमतौर पर घोषणा पत्र जारी होते वक्त चर्चा चुनाव से जुड़ी योजना और किए गए वादों को लेकर चर्चा होती है लेकिन आम आम आदमी पार्टी के घोषणा पत्र जारी होने के मौके पर पार्टी में चल रहा विवाद ज्यादा हावी रहा।
आगामी नगर निकाय चुनाव के लिए सोमवार को आम आदमी पार्टी ने अपना घोषणा पत्र जारी किया। घोषणा पत्र आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं प्रदेश प्रभारी संजय सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता आशुतोष ने जारी किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं में आपस में हाथापाई हो गई। हाथापाई की अहम वजह लखनऊ मेयर सीट की प्रत्याशी को लेकर चल रहे विवाद था।
हंगामा बढ़ता देखे चले गए वरिष्ठ नेता
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता अबु बक्र सिद्दीकी ने कहा कि लखनऊ की प्रत्याशी का चयन पैसा लेकर किया गया है। इसको लेकर पार्टी के अन्य कार्यकर्ता भड़क गए जिससे हंगामा शुरू हो गया।
पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह, आशुतोष ने उस कार्यकर्ता को अलग ले जाकर समझाया लेकिन वे मानने को तैयार नहीं हुआ। इसके बाद हंगामा बढ़ गया, नौबत हाथापाई तक आ गई।
फिर पार्टी के वरिष्ठ नेता वहां से चले गए जिसके बाद कुछ कार्यकर्ता आपस में हाथापाई करने लगे। इसके बाद पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने वहां पहुंचकर बीच-बचाव करने की कोशिश की।
ये है हंगामे की वजह
आम-आदमी पार्टी में मेयर कैंडिडेट के तौर पर आप नेता(पूर्व जिला संयोजक) की पत्नी को टिकट दिया गया है जिसको लेकर कार्यकर्ताओं में आक्रोष है। दरअसल पत्नी को मेयर का चुनाव लड़ाने के लिए जिला संयोजक गौरव माहेश्वरी ने कुछ महीनों के लिए पद से इस्तीफा दे दिया और पत्नी को मेयर कैंडिडेट घोषित करवा दिया।
मेयर प्रत्याशी व कमलेंद्र सिंह श्रीनेत्र को कार्यवाहक जिला संयोजक बनाने से नाराज पार्टी के प्रमुख कार्यकर्ताओं ने प्रदेश प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी से मिल कर अपनी लिखित आपत्तियां दी हैं।
कार्यकर्ताओं का आरोप है कि बिना जिला कार्यकारिणी की सहमति और बिना प्रस्ताव के ही प्रियंका माहेश्वरी को महापौर पद का प्रत्याशियों घोषित करवा दिया गया।
साथ ही पार्टी संविधान के खिलाफ बिना प्रस्ताव के ही कमलेंद्र श्रीनेत्र को लखनऊ का कार्यवाहक जिला संयोजक घोषित कर दिया गया। वैभव माहेश्वरी व गौरव माहेश्वरी में काफी समय से आपसी-विवाद चल रहा है।
घोषणा पत्र की मुख्य बातें
संजय सिंह घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा कि हम 27 सूत्रीय फॉर्मुला को लेकर चलेंगे। इसमें हम मोहल्ला क्लिनिक बनाएंगे, वाटर एटीएम, महिलाओं के लिए सार्वजानिक शौचालय, पार्किंग माफियाओं से निगम को मुक्त कराएंगे।
सफाई कर्मचारियों को नियमित किया जायेगा। शहरों के अंदर डार्क स्पॉट यानि अंधेरों वाली जगहों में लाइट का इंतजाम किया जाएगा।महिलाओं की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी। वार्डों के विकास के लिए आए बजट को मोहल्ला स्वराज के जरिये खुली बैठक करके जनता से पूछ कर बजट खर्च किया जायेगा।
हम यूपी में नगर निकाय चुनाव में दिल्ली में लागू मोहल्ला स्वराज के माध्यम से चलाएंगे। 31 अक्टूबर, 2017 तक के समस्त बकाया वाटर और हाउस टैक्स माफ किया जायेगा।
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Source : News Nation Bureau