उत्तर प्रदेश में बरेली के शीशगढ़ इलाके से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां पुरानी रंजिश को लेकर एक 45 वर्षीय शख्स को कंटीले तारों से बांधकर आग के हवाले कर दिया गया. धरमपाल के जले हुए शव की खबर शनिवार देर रात को लगी और रविवार देर शाम को दो लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई.
शीशगढ़ के स्टेशन हाऊस ऑफिसर (एसएचओ) राजकुमार भारद्वाज ने कहा, "हमारी फॉरेंसिक टीम ने नमूने इकट्ठे कर लिए हैं और जांच भी शुरू कर दी है. अब तक मिले सबूतों से मालूम पड़ता है कि आदमी को जबरदस्ती पेड़ से बांधकर आग के हवाले किया गया."
और पढ़ें: Delhi Crime:शराब पीने के लिए नहीं दिए पैसे तो पीट-पीट कर की हत्या
रविवार को कराए गए पोस्टमार्टम के नतीजे में पाया गया कि मरने से पहले जलने के दर्दनाक घाव का अनुभव करने के एक सदमे के रूप में शख्स की मौत हुई है. इसका मतलब यह है कि धरमपाल को जिस वक्त आग के हवाले किया गया, उस वक्त वह जिंदा था. मृतक के भाई भीषणलाल ने कहा कि धरमपाल का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई.
उन्होंने बताया, "शुक्रवार रात को खाना खाने के बाद वह सोने चले गए और इसके बाद कुछ घंटे तक लापता रहे. घर से करीब 800 मीटर की दूरी पर उनकी जली हुई बॉडी मिली. उनके पैरों में चप्पल नहीं थे."
उनके साले मंगल देव ने कहा, "उनकी बॉडी पेड़ से कसकर बंधी हुई थी. निर्ममता से उनकी हत्या की गई." धरमपाल की बेटी ने हत्या के लिए पड़ोसियों को दोषी ठहराया है.
बरेली के एसएसपी रोहित सिंह सजवान ने कहा, "धरमपाल की मौत अभी भी एक रहस्य है. उनके परिवारवालों ने अभी भी कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है. हमने उनके परिवार से लिखित में शिकायत दर्ज करने को कहा है. धरमपाल द्वारा छोड़ा गया नोट भी अस्पष्ट है. नोट में जिन दो लोगों का नाम शामिल हैं, वे इनके पड़ोसी हैं, जिन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ किया जा रहा है."
Source : IANS