यूपी पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के भविष्य निधि घोटाले में फंसे उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन के कर्मचारियों के 2268 करोड़ रुपये के पीएफ की वापसी को लेकर योगी सरकार ने बिजली कर्मियों की मांग को पूरा कर दिया है. यूपी पावर कॉर्पोरेशन ने डीएचएफएल में फंसे कर्मचारियों के पैसे की वापसी के लिए हर तरह के कानूनी कदम उठाए जाने का आश्वासन दिया है. बिजली कर्मियों के भविष्य निधि के रूपये वापसी की गारंटी लेने की मांग को भी पूरा करने का ऐलान किया गया है.
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प्रबंधन के लिखित आश्वासन के बाद डीएचएफएल फंसी धनराशि की वापसी और पावर कॉर्पोरेशन द्वारा निवेशित धनराशि की गारंटी लेने के बाद बिजली कर्मियों ने अपना आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की है. राज्य के सभी बिजली कर्मी 2600 करोड़ रुपये के पीएफ घोटाले को लेकर हड़ताल पर थे.
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बीते गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा और सक्षम अधिकारियों के साथ बैठक कर सभी विकल्पों पर विचार-विमर्श किया. शनिवार को ऊर्जा मंत्री ने संबंधित बिजली कर्मचारी संगठनों के साथ वार्ता की. वार्ता में सहमति के बाद प्रमुख सचिव ऊर्जा अरविंद कुमार की ओर से देर रात गारंटी संबंधी शासनादेश भी जारी कर दिया गया.
अब तक 5 गिरफ्तार
आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने इस मामले में प्रथम दृष्टया दोषी विद्युत निगम लिमिटेड के पूर्व एमडी एपी मिश्रा समेत 5 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराया गया. विद्युत निगम लिमिटेड के पूर्व एमडी एपी मिश्रा, तत्कालीन निदेशक (वित्त) सुधांशु द्विवेदी और तत्कालीन सचिव (ट्रस्ट) प्रवीण कुमार गुप्चा और उनके बेटे अभिनव गुप्ता समेत 5 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो