कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ताबड़तोड़ नागरिकता संशोधित कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में मारे गए और हिरासत में लिए गए पीड़ित परिवारों के साथ मिलने जा रही हैं. वहीं इससे पहले एसआर दारापुरी के परिजनों से लखनऊ में मुलाकात की थी. इसको लेकर काफी हंगामा भी हुआ था. ऐसे में यूपी महिला आयोग की अध्यक्ष ने प्रियंका गांधी पर निशाना साधा है. उन्होंने प्रियंका गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा, आगजनी और तोड़फोड़ करने वालों को प्रियंका शहीद बता रही हैं. प्रियंका गांधी प्रदर्शकारियों का हौसला बढ़ा रही हैं जो कि राष्ट्रहित में ठीक नहीं.
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'राजनीतिक रोटियां सेंक रही प्रियंका'
यूपी महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा, ये राजनीतिक रोटियां सेंकने का वक्त नहीं है. ये बहुत सेंसटिव वक्त है. प्रियंका गांधी का संवेदनाओं से कोई लेनादेना नहीं है. इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, सोनिया गांधी ने लोगों से एक बार भी शांतीपूर्ण प्रदर्शन की अपील नहीं की.
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बता दें, इससे पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रियंका गांधी पर उनका नाम लिए बगैर निशाना साधा था. उन्होंने प्रियंका गांधी पर सवालिया निशान लगाते हुए पूछा कि आपकी सम्पत्ति को जलाने, तोड़ फोड़ करने वालों से इतनी सहानुभूति क्यों? उनके उपद्रवियों और दंगाइयों के साथ सहानुभूति व्यक्त करने पर जमकर प्रहार किया है. सीएम योगी के कार्यालय ने ट्वीट किया कि जनता देख रही है और समझ रही है. बार बार नकारे जाने बाद भी ये तुष्टिकरण की राजनीति से बाज नहीं आ रहे हैं.
ट्वीट में कहा गया कि इनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे. आपकी संपत्ति को जलाने तोड़ फोड़ करने वालों से इतनी सहानुभूति क्यों? इसमें कहा गया कि देश की शांति-सुरक्षा और सार्वजनिक संपत्तियों को क्षति पहुंचाने वाले उपद्रवियों व दंगाइयों के साथ आज ये क्यों खड़े हैं? बता दें कि शनिवार सुबह प्रियंका पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर और मेरठ गई. वहां उन्होंने हालिया हिंसक प्रदर्शनों के दौरान कथित तौर पर पुलिस ज्यादती का शिकार होने वाले लोगों के परिवार वालों से मुलाकात की.
बता दें, नागरिकता संशोधन के विरोध में पिछले दिनों यूपी के कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन हुआ था. इस प्रदर्शन में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया था. जिसके बाद योगी सरकार ने ऐलान किया था कि जो भी सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है उसे चिन्हित करके उसकी संपत्ति से वसूला जाएगा. इसकी क्रम में ऐसे लोगों को पहचानने का काम शुरू हो गया जिन्होंने सरकार संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. यूपी में हिंसा के दौरान हुए नुकसान को लेकर अलग-अलग ज़िलों में कुल 498 लोगों को क्षतिपूर्ति के लिए चिन्हित किया गया. इसमें लखनऊ में 82, मेरठ में 148, संभल में 26, रामपुर में 79, फ़िरोज़ाबाद में 13, कानपुर नगर में 50, मुजफ्फरनगर में 73, मऊ में 8 और बुलंदशहर में 19 लोगों को चिन्हित किया गया है. अब इनसे संपत्ति के नुकसान की क्षतिपूर्ति ली जाएगी.
Source : News Nation Bureau