उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की परीक्षा नियंत्रक अंजू लता कटियार को गिरफ्तारी के बाद निलंबित कर दिया गया है. अंजू लता का निलंबन राज्य सरकार की ओर से किया गया है. 48 घंटे से ज्यादा की गिरफ्तारी पर स्वतः निलंबन हुआ है. फिलहाल अभी भ्रष्टाचार के मामले में अंजू लता दोषी साबित नहीं हुई हैं. नियुक्ति विभाग जल्द ही नए एग्जाम कंट्रोलर की तैनाती करेगा. मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कर्मिक मुकुल सिंह ने अंजू लता के निलंबन की पुष्टि की है.
पेपर लीक मामले में हुईं 'सस्पेंड'
एलटी ग्रेड पेपर लीक मामले में अंजूलता की गिरफ्तारी के बाद से ही लोकसेवा आयोग की जमकर किरकिरी हो रही थी. सरकार पर प्रतियोगी छात्र लगातार निशाना साध रहे थे. जिसके चलते अंजूलता पर कार्रवाई का ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया था. गिरफ्तारी के बाद पीसीएस एसोसिएशन ने बैठक की, जिसके कारण सरकार मे तत्काल निलंबन की कार्रवाई नहीं की.
लेकिन एसटीएफ की ओर से पूछताछ व जब्त सबूतों के बाद व भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट द्वारा अंजूलता को न्यायिक अभिरक्षा में भेजे जाने के बाद सरकार ने निलंबन की कार्रवाई की. आपको बता दें कि एलटीग्रेड पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने अंजूलता को वाराणसी से गिरफ्तार किया था. सरकार की इस कार्रवाी से यह तय हो गया है कि अंजूलता को राहत नहीं मिलने वाली है. सरकार ने निलंबन से साफ कर दिया है कि वह प्रतियोगी छात्रों के भविष्य से खेलने वालों पर शिकंजा कसेगी.
Source : News Nation Bureau