भारतीय जनता पार्टी के लिए राज्यसभा चुनाव में नौवें प्रत्याशी को जिताने की राह आसान नहीं होगी। बीजेपी के सहयोगी दल ही इसमें मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं।
बीजेपी की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख व प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री मंत्री ओमप्रकाश राजभर यूपी सरकार के रवैये को लेकर नाखुश है। राजभर का कहना है कि यूपी सरकार गरीबों की ओर ध्यान नहीं दे रही है।
राजभर ने कहा, 'यूपी सरकार केवल मंदिरों पर ध्यान दे रही है, गरीबों की भलाई पर नहीं। वहीं गरीब जिन्होंने सरकार को सत्ता में लाने के लिए वोट किया था। बातें बहुत सी की गई, लेकिन जमीन पर कुछ नहीं हुआ।'
राज्यसभा में बीजेपी के प्रत्याशी को वोट को देने लेकर उन्होंने कहा कि हम सरकार के साथ हैं लेकिन बीजेपी ने एक बार भी गठबंधन धर्म निभाने की कोशिश नहीं की। उन्होंने कहा है कि राज्यसभा चुनाव में पार्टी के चार वोट कहां पड़ेंगे यह बाद में तय होगा।
राजभर ने कहा, 'मैं अपनी चिंता कई बार जता चुका हूं, लेकिन ये लोग 325 के नशे में पागल होकर घूम रहे हैं।'
हालांकि राजभर के आरोपों का यूपी स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने जवाब देते हुए कहा कि सरकार में रह कर उसकी आलोचना नहीं कर सकते हैं।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, ' राजभर हमारे मंत्री और सहयोगी है, अगर कोई मुद्दा है तो उसे कैबिनेट के सामने रखना चाहिए था ना कि सबके सामने। आप सरकार के साथ रहे और आलोचना भी करे, दोनों नहीं हो सकता है।'
बता दे कि सरकार के प्रति नाराजगी जता चुके ओमप्रकाश राजभर के चार विधायक अगर 23 मार्च को राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के पक्ष में वोट नहीं करते हैं तो फिर सत्तारूढ़ दल को अपना नौवां प्रत्याशी जिताने के लिए मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है।
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Source : News Stateb Bureau