Hathras Accident: उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में अब तक 48 लोगों की मौत हो गई है. जबकि 100 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं. मरने वालों में बड़ी संख्या महिलाओं की बताई जा रही है. हादसे के बाद चारों तरफ चीख पुकार मच गई. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस-प्रशासन की टीम ने तुंरत रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया. यह घटना हाथरस के फुलरई मुगलगढ़ी की बताई जा रही है. यहां पर आज यानी मंगलवार को सरकार नारायण विश्व हरी भोले बाबा का सत्संग चल रहा था.
हाथरस भगदड़ की घटना पर शिवसेना (UBT) नेता आनंद दुबे ने कहा कि हम अपनी संवेदना प्रकट करते हैं लेकिन साथ ही साथ एक सवाल भी बनता है कि जब शहर में इतना बड़ा आयोजन हो रहा है जहां इतनी बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो रहे थे तो पुलिस-प्रशासन की पूरी व्यवस्था वहां हुई? जिन आयोजकों ने इतना विशाल कार्यक्रम आयोजन किया क्या उन्होंने नियमानुसार अनुमति ली? उत्तर प्रदेश सरकार, मुख्यमंत्री, जिला कलेक्टर, पुलिस इन सबकी जिम्मेदारी है. जब इतने लोगों की जान चली गई तो इस पर कार्रवाई हो रही है. इससे पहले आपने जांचा क्या?. हम कोई राजनीति नहीं करना चाहते हैं लेकिन आम आदमी होने के नाते अपनी बात कह सकते हैं कि अगर प्रशासन सुरक्षा नहीं दे सकती तो उसका क्या काम?
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री असीम अरुण ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां पर तीन मंत्रियों को भेजा है. मैंने घटनास्थल का निरीक्षण किया है... इसके लिए मुख्यमंत्री ने जांच समिति का गठन किया है जो जांच करने के बाद रिपोर्ट देगी. जिसकी भी गलती है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. ये जांच का विषय है कि क्या-क्या व्यवस्थाएं थीं और क्या-क्या नहीं थीं लेकिन इस समय हमारा सबसे पहला काम हमारा घायलों को सही इलाज उपलब्ध करवाना और मृतकों के शवों को उनके परिजनों तक पहुंचाना है. मुख्यमंत्री कल आएंगे और स्वयं आकर व्यवस्थाओं को देखेंगे.
हाथरस भगदड़ पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि घटना अत्यंत दुखद और हृदय विदारक है. जनपद हाथरस के सिकंदराराऊ में ये पूरा हादसा घटित हुआ है. स्थानीय आयोजकों द्वारा वहां पर भोले बाबा के सत्संग का आयोजन स्थानीय गांवों में किया जाते रहे हैं. स्थानीय भक्तगण उन कार्यक्रमों में भाग लेते रहे हैं. जब सत्संग के प्रवचनकर्ता मंच से उतर रहे थे तो अचानक भक्तों की भीड़ उन्हें छूने के लिए वहां जा रही थी और सेवादारों के द्वारा रोकने पर ये हादसा वहां पर घटित हुआ. इस पूरे मामले की जांच के लिए हमने एडिशनल DG आगरा की अध्यक्षता में मंडलायुक्त अलीगढ़ को शामिल करते हुए एक टीम बनाकर उन्हें अविलंब रिपोर्ट उपलब्ध करवाने के लिए कहा है. प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने भी इस घटना पर अपना गहरा दुख व्यक्त करते हुए, शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है. मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की और गंभीर रूप से घायल नागरिकों के लिए भी 50-50 हजार रुपए की सहायता देने की घोषणा की है. राज्य सरकार इस पूरी घटना की तह में जाएगी.
Source : News Nation Bureau