यूपी में चिप लगाकर तेल पेट्रोल चोरी करने के मामले में शनिवार दोपहर 23 लोगों को गिरफ़्तार किया है, साथ ही 7 पेट्रोल पंप को भी सीज़ कर दिया गया है।
बता दें कि पकड़े गए 23 लोगों में 4 लोग पेट्रोल पंप के मालिक हैं। इससे पहले यूपी सरकार ने हाईटेक चोरी के मामले की जांच राज्य पुलिस की विशेष जांच टीम को सौंप दी।
राज्य सरकार का कहना है कि ये मामला कई विभागों से जुड़ा है इसलिए इसकी जांच करने की ज़िम्मेदारी एसटीएफ को सौंपी जा रही है।
बता दें कि गुरुवार रात एसटीएफ ने सात पेट्रोल पंपों पर रेड डाला था, जिसके बाद पेट्रोल चोरी का खुलासा हुआ। खुलासे में मालूम हुआ कि कई पेट्रोल पंप से चिप के ज़रिये तेल चुराया जा रहा है। पेट्रोल चोरी गैंग के सदस्य पेट्रोल पम्प की मशीनों में एक इलेक्ट्रॉनिक चिप लगा देते थे।
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इसका रिमोट कर्मचारी या पेट्रोल पम्प के मैनेजर के पास होता था। जैसे ही तेल कंपनी से चेकिंग के लिए कोई आता तो रिमोट से चिप का स्विच बंद कर दिया जाता था। पेट्रोल पंप मालिक व प्रबंधकों से लेकर कर्मचारियों तक की भूमिका संदेह के घेरे में है।
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने बताया कि इल सभी पेट्रोल पंपो पर इलेक्ट्रॉनिक चिप लगाकर अवैध धन्धा करने की सूचनायें मिल रही थी। हमने सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया। टीम ने अभियुक्त राजेन्द्र से पूछताछ की।
पूछताछ के दौरान पता चला कि वो प्रशिक्षण प्राप्त इलेक्ट्रिीशियन है और कई वर्षो से पेट्रोल पंपों पर बिजली संबंधी काम करता था। उसने बताया कि 5-6 साल पहले दिल्ली के कुछ लोगों से उसने पेट्रोल पंप पर लगी मशीनों में चिप लगाने का काम सीख लिया था। धीरे-धीरे उसने इस गैंग को छोड़कर अलग से काम करना शुरु कर दिया।
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Source : News Nation Bureau