बनारस की सबसे महत्वाकांक्षी रोपवे परियोजना जल्द ही धरातल पर उतरने वाली है देश का पहला रोप वे ट्रांसपॉर्ट शहर बनारस बनेगा. इस परियोजना के जमीन पर उतरने से रोजाना 72 हजार से अधिक लोग यात्रा कर पाएंगे. इसकी शुरुवाती डीपीआर भी सामने आ गया है की किस तरह से ये चलेगा और किस तरह इसका स्टेशन तैयार होगा चार स्टॉपेज इसके लिए निर्धारित किए गए है किस तरह से वाराणसी में रोपवे ट्रांसपोर्ट लोगो की यात्रा आसान करेगा जानिए इस रिपोर्ट में......
वाराणसी में रोपवे प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 461 करोड़ रुपये है शर्तों के अनुसार काम अवार्ड होने के 18 माह में प्रोजेक्ट का काम पूरा करना होता है. इस तरह 18 माह यानी फरवरी 2024 तक काम पूरा होने की संभावना है इस प्रोजेक्ट की बात की जाए तो एलाइनमेंट की कुल लंबाई 3.750 किलोमीटर निर्धारित की गई है। परियोजना में पांच स्टेशन प्रस्तावित किए गए हैं, जिसमें पहला स्टेशन कैंट , उसके बाद विद्यापीठ स्टेशन, रथयात्रा स्टेशन, गिरजाघर क्रासिंग और अंतिम स्टेशन गोदौलिया चौक पर प्रस्तावित किया गया है।इसे शुरुवाती डीपीआर रिपोर्ट में दर्शाया भी गया है। इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार, एनएचएलएमएल और वीडीए तीनों के बीच रोपवे परियोजना का कार्यान्वयन, निर्माण, संचालन करने के लिए आपसी सहमति बनी है.
वाराणसी के इस रोपवे परियोजना के जमीन पर उतरने से वाराणसी में ट्रैफिक जाम की समस्या दूर होगी तो वोही लोग आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच पाएंगे रोपवे परियोजना का पहला चरण पायलट प्रोजेक्ट है पहले चरण की सफलता के बाद इसके रूट को और विस्तार रूप दिया जाएगा। मौजूदा समय में जो पहला डीपीआर तैयार हुआ है उसके तहत वाराणसी के कैंट स्टेशन से गोदौलिया तक लोग रोपवे में यात्रा कर पाएंगे एक बार में 45 सौ लोग यात्रा करेंगे तो दिन भर में 72 हजार से अधिक लोग यात्रा कर पाएंगे और इसका दर भी बहुत कम होगा जिससे काशी में लोगो की यात्रा आसान होगी वाराणसी के कैंट स्टेशन से जहा लोग यात्रा शुरू करेंगे और गोदौलिया जहां रोपवे का आखरी स्टॉपेज होगा वहा से उतारकर लोग आसानी से काशी विश्वनाथ मंदिर तक भी पहुंच पाएंगे।
वाराणसी में रोपवे के लिए जमीन का अधिग्रहण शुरू किया जा रहा है। लोग भी मानते है की इस योजना के फलीभूत होने से वाराणसी के लोगो के आवागमन की समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी और जब से पीएम मोदी यहां के सांसद बने है जो काशी के लिए सपना था वो भी पूरा हो रहा है। बहरहाल अब जल्द ही वाराणसी में रोपवे के माध्यम से लोग यात्रा करते नजर आएंगे इसके साथ ही काशी देश का पहला रोपवे ट्रांसपोर्ट का साधन बनेगा।
Source : Sushant Mukherjee