वाराणसी में गंगा चेतावनी बिंदु के ऊपर बहने के साथ गंगा खतरे के निशान के पास पहुंच चुकी है. आलम ये है की बनारस की गलियों में पानी भर चुका है. सड़को पर नाव चल रही हैं. टूरिस्ट प्लेस अब पानी-पानी हो चुका है. क्या सड़क क्या होटल कहीं जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है और तटवर्ती इलकों में रहने वालों के घर पर पानी का कब्जा हो चुका है. वाराणसी में गंगा खतरे के निशान के पास बह रही है. गंगा के पानी बढ़ने का असर वाराणसी के गलियों और सड़कों में साफ देखा जा रहा है. यहां पानी का कब्जा हो चुका है. गलियों में नाव चल रही हैं. इस टूरिस्ट प्लेस में क्या दुकान क्या होटल लाज सभी तक पहुंचने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है लोगों के घर डूब रहे हैं.
वाराणसी के सड़कों में जहां कभी वाहन फर्राटा भरा करते थे. वहां अब सिर्फ नाव के सहारे ही लोग अपने घर तक पहुंच पा रहे हैं.वाराणसी के अस्सी इलाके में जा सबसे ज्यादा होटल है वहां पर पर्यटक भी नाव के सहारे ही आप अपने कमरे तक पहुंच रहे हैं.
गंगा का बढ़ता जलस्तर मानो सब कुछ अपने अंदर समा लेने को आतुर हैं. हालांकि जिला प्रशासन ने इसके लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ ही जल पुलिस को अलर्ट पर रखा हुआ है खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के कमिश्नर से बात करके बाढ़ पीड़ितों को संपूर्ण मदद प्रदान करने की बात कही है. वाराणसी में गंगा खतरे के निशान पर पहुंच चुकी है, जिससे तटवर्ती इलाके डूब चुके हैं और वहां पर पहुंचने का अब सिर्फ नाम ही एक साधन रह गया है. गंगा की बढ़ती लहरों के साथ नाव चलाना भी आसान नहीं हो रहा है.
HIGHLIGHTS
- खतरे के निशान के पास पहुंची गंगा
- तटवर्ती इलाके के लोग जा रहे है राहत शिविर में
Source : Sushant Mukherjee