वाराणसी में गंगा खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर बह रही हैं. आलम ये है कि चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है. मोक्ष की इस नगरी में मोक्ष पाना बहुत मुश्किल हो रहा है. काशी के महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पूरी तरह डूब चुका है. छतों पर किसी तरह शवदाह किया जा रहा है. मणिकर्णिका घाट जाने वाली गली में पानी भरा हुआ है. लोग शवदाह करने नाव से पहुंच रहे है. तो दूसरी तरफ शव को शवदाह से पहले गली में ही स्नान कराया जा रहा है.
घंटों इंतजार को मजबूर हैं लोग
लोग अपने परिजनों के शव को लेकर गलियों में पानी के बीच बैठकर घंटों इंतजार कर रहे है. एक शव को जाने के लिए पांच घंटों से भी अधिक इंतजार करना पड़ रहा है. बाढ़ की दुश्वारियों के बीच वाराणसी में शवदाह बेहद मुश्किल हो गया है. बता दें कि वाराणसी में गंगा नदी का पानी खतरे का निशान पार कर चुकी हैं. एक क्रूज गंगा में खराब हो चुका है. गलियों में शवदाह को लोग मजबूर हो रहे हैं. सड़कें गंगा में समा चुकी हैं. मोक्ष की तलाश में अपनों को लेकर वाराणसी पहुंचने वाले लोगों को निराशा मिल रही है.
HIGHLIGHTS
- मणिकर्णिका घाट पूरी तरह डूबा
- काशी के महाश्मशान का रास्ता गंगा में डूबा
- गलियों में शवदाह को लोग मजबूर