वाराणसी पुलिस ने साइबर बुलिंग के आरोप में दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. ये दोनो आरोपी सोशल मीडिया के जरिए छात्रों का अश्लील विडियों बनाकर ब्लैकमेल करते है तथा उनसे पैसे भी ऐंठते थे. मामला सामने आने के बाद पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
इस मामले पर पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश ने बताया कि, दोनों आरोपी छात्राओं का व्हाट्सऐप के जरिए अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर पैसे की उगाही कर रहे थे. आरोपियो की पहचान झांसी के चंद्रपाल सिंह परिहार और मोहम्मद नासिर के रुप में हुई है.
उन्होंने कहा, वे आईपीएस अधिकारी के रूप में पोज देते थे और छात्राओं पर बॉडी मैच के नाम पर कपड़े उतारने का दबाव बनाते थे. पुलिस ने कई महिलाओं और लड़कियों की संपादित तस्वीरों और मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं, जबकि बैंक खातों का विवरण भी मिला है, जिसमें जबरन पैसा ट्रांसफर किया गया था.
उनके मुताबिक, हाल ही में दो छात्रों ने लंका पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. आईपीसी की धारा 417, 420, 66सी, 66डी और 66ई के तहत आईटी एक्ट के तहत मामले दर्ज किए गए, जिसके बाद साइबर सेल की टीमों को आरोपियों को ट्रैक करने के लिए गठित किया गया.
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि गिरफ्तार अपराधियों ने अपने व्हाट्सएप अकाउंट की प्रोफाइल फोटो के रूप में पुलिस अधिकारियों की संपादित तस्वीरें अपलोड कर आईपीएस अधिकारी अंकित गुप्ता और डिप्टी एसपी दीपक के रूप में खुद को पेश किया.
पीड़ितों को गुमराह करने के बाद, वे उनके फोन से व्हाट्सऐप अकाउंट को लॉग इन करने के लिए ओटीपी ले लेते थे.
चंद्रपाल कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए लड़कियों को बॉडी मैच कराने के लिए मजबूर करता था.
पुलिस ने कहा कि, फिर वह उनकी तस्वीरें लेता था और वीडियो रिकॉर्ड करता था, जिसे बाद में नासिर ने ब्लैकमेल करने के लिए एडिट किया. रकम प्राप्त होने पर नासिर के खाते में ट्रांसफर करा दी जाती थी.
Source : IANS