अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण के लिए पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन में संगम का जल और मिट्टी भी प्रयोग में लायी जायेगी. संगम की मिट्टी और जल प्रयागराज से अयोध्या ले जाने का जिम्मा विहिप को सौंपा गया है. आज भारी बारिश के बीच विहिप के पदाधिकारी और कार्यकर्ता साधु संतों के साथ संगम तट पर पहुंचे. विहिप कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने संगम नोज से पवित्र जल और मिट्टी को इकठ्ठा किया. जय श्री राम के जयकारे के साथ ताम्र कलश में संगम का जल भरकर और लाल कपड़े में मिट्टी रखकर विहिप के कार्यकर्ता विहिप के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष और राम मंदिर आन्दोलन के अगुवा रहे स्वर्गीय अशोक सिंहल के आवास महावीर भवन के लिए रवाना हुए.
यह भी पढ़ें- भगवान राम की 251 मीटर ऊंची मूर्ति बनाएगी विश्व रिकॉर्ड, UP में ही होगा इसका पूरा निर्माण, जानें विशेषताएं
राम मंदिर के भूमि पूजन में प्रयोग में लाया जायेगा
संगम का जल और मिट्टी सबसे पहले महावीर भवन में ही रखी जायेगी. जिसे बाद में विहिप के काशी प्रान्त कार्यालय केसर भवन में लाया जायेगा. यहां से गुरुवार 30 जुलाई को विहिप के केन्द्रीय मंत्री शंभू जी के नेतृत्व में विहिप के कार्यकर्ता और पदाधिकारी संगम का जल और मिट्टी लेकर अयोध्या के लिए रवाना होंगे. जो कि राम मंदिर के भूमि पूजन में प्रयोग में लाया जायेगा. विहिप काशी प्रांत संगठन मंत्री मुकेश कुमार के मुताबिक कोरोना के संक्रमण के चलते अयोध्या में होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम में ज्यादा लोग शिरकत नहीं कर सकते हैं.
यह भी पढ़ें- भारत के पहले पायलट और Air India के पहले चेयरमैन JRD Tata का आज है जन्मदिन, जानिए उनके जीवन से जुड़े दिलचस्प किस्से
राम मंदिर के भूमि पूजन को लेकर संगम के तट पर दीपदान करेंगे
इसलिए अयोध्या में भूमि पूजन का कार्यक्रम विहिप कार्यालय केसर भवन के साथ ही शहर में अन्य स्थानों पर एलईडी स्क्रीन पर दिखाया जायेगा. इसके साथ ही अयोध्या में भूमि पूजन के समय प्रयागराज के सभी मठ-मंदिरों, आश्रमों और घरों में भी पूजन और भजन कीर्तन आयोजित किए जायेंगे. विश्व हिन्दू परिषद कार्यकर्ताओं की टोलियां लोगों को इसके लिए जागरूक भी कर रही है. इसके साथ ही शाम सात बजे घरों और मठ मंदिरों में लोग दीपक जलाकर भव्य राम मंदिर निर्माण का उत्सव मनायेंगे. तीर्थ पुरोहित भी राम मंदिर के भूमि पूजन को लेकर संगम के तट पर दीपदान करेंगे. इस मौके पर महावीर भवन और विहिप के कार्यालय केसर भवन में भी दीप जलाकर दीपावली मनायी जायेगी.