कानपुर हत्याकांड के मास्टरमाइंड विकास दुबे की मौत पर अब नेताओं ने भी सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं. एक तरफ जहां कांग्रेस नेताओं ने इस पूरे घटनाक्रम की पहले से आशंका जताए जाने की बात की है तो वहीं बहुजन समाजवादी पार्टी प्रमुख मायावती ने इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है.
मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा, इस पूरे मामले पर सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा है कि ये उच्च स्तरीय जांच इसलिए भी जरूरी है ताकी कानपुर नरसंहार में शहीद हुए 8 पुलिसक्रमियों के परिवार को सही इंसाफ मिल सके. इसके साथ ही, पुलिस व आपराधिक राजनीतिक तत्वों के गठजोड़ की भी सही शिनाख्त करके उन्हें भी सख्त सजा दिलाई जा सके. ऐसे कदमों से ही यूपी अपराध-मुक्त हो सकता है
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इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा,कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला भी विकास दुबे की मौत पर सवाल खड़े कर चुके हैं. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने भी गैंग्स्टर विकास दुबे की मौत पर सवाल खड़े किए और कहा है कि कई लोगों ने पहले ही ये आशंका जताई थी. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, 'विकास दुबे मारा गया लेकिन अनेकों सवाल छूट गए. उन्होंने पूछा, ' 1. अगर उसे भागना ही था, तो उज्जैन में सरेंडर ही क्यों किया? 2. उस अपराधी के पास क्या राज थे जो सत्ता-शासन से गठजोड़ को उजागर करते? 3. पिछले 10 दिनों की कॉल डिटेल्ज़ जारी क्यों नहीं?'
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वहीं प्रियंका गांधी वाड्रा ने सवाल उठाया है कि अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?
इसके अलावा दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने कहा कि विकास दुबे का किन-किन राजनीतिक लोगों से पुलिस और अन्य शासकीय अधिकारी से संपर्क था, अब उसका खुलासा नहीं हो पाएगा.