UP STF ने विकास दुबे को हिरासत में ले लिया है. STF उसे लेकर कानपुर के लिए रवाना हो गई है. जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश पुलिस ने दुबे को गिरफ्तार नहीं किया था, ऐसे में ट्रांजिट रिमांड की जरूरत नहीं पड़ी. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दिशा निर्देश पर विकास दुबे को यूपी पुलिस को सौंपा गया.
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आपको बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विकास दुबे के मामले को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर चर्चा की थी. वहीं अब सूत्रों के हवाले से खबर है कि विकास की पत्नी ऋचा और बेटे को भी गिरफ्तार किया गया है. साथ ही एसटीएफ ने विकास के नौकर को भी हिरासत में लिया है.
शवों को जलाना चाहता था विकास
विकास दुबे ने अब अपने कबूलनामे में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. इस खुलासे से पता चला है कि कानपुर हत्याकांड और भी खतरनाक हो सकता था. विकास दुबे ने बताया है कि वह पुलिसवालों की लाशों को जला कर सबूत नष्ट करना चाहता था.
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उसने बताया कि घटना के बाद घर के बगल में कुँए के पास पाँच पुलिसवालों की लाशों को एक के ऊपर एक रखा गया था. ताकि उन्हें आग के हवाले किया जा सके. शवों को जलाने के लिए घर में गैलनों में तेल रखा था. लेकिन लाशों को इकट्ठा करने के बाद उसे जलाने का मौका इससे पहले पुलिस पहुंच गई.
कांग्रेस ने गिरफ्तारी पर उठाए सवाल
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू ने गुरुवार को जारी बयान में विकास दुबे की उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर परिसर से हुयी संदिग्ध गिरफ़्तारी कि सीबीआई जांच की मांग उठाते हुए कहा कि पूरा प्रदेश जंगलराज में तब्दील हो गया है. योगी आदित्यनाथ से प्रदेश की कानून व्यवस्था संभल नहीं रही है. कानून व्यवस्था दिन बा दिन लचर होती जा रही है. अपराधियों के हौंसले बुलंद है.
Source : News Nation Bureau