आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का दोषी गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) गुरुवार को ही मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल के मंदिर से गिरफ्तार किया गया था. बताते हैं कि वह महाकाल का भक्त था. गांव में भी उसने घर में मंदिर बना रखा था. ऐसे में अकाल मौत को टालने के लिए ही वह महाकाल के दर्शन करने पहुंचा था. यह अलग बात है कि महाकाल के दर्शन भी उसे मुठभेड़ (Encounter) में मारे जाने से नहीं बचा सके.
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दो घंटे करता था रोज पूजा-पाठ
प्राप्त जानकारी के मुताबिक विकास दुबे हर दिन दो घंटे पूजापाठ करता था. सावन के महीने में वह सोमवार को कानपुर के आनंदेश्वर मंदिर में दर्शन करने के लिए जाता था. विकास ने महंत शोभन सरकार के कहने पर 2003 में हाथ के अंदर ऑपरेशन करवाकर जीवनरक्षक दुर्गा कवच भी डलवा लिया था.
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अकाल मौत को टालने गया था उज्जैन
बताते हैं कि पुलिसकर्मियों को मारने के बाद उसे यकीन हो गया था कि यूपी पुलिस के हत्थे चढ़ा, तो वह मार दिया जाएगा. शायद इसीलिए आठ पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतारने के बाद वह 9 जुलाई को महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल के दर्शन करने गया था. उसका मानना था कि महाकाल के दर्शन करने से अकाल मृत्यु से मुक्ति मिल जाती है.