बहुजन समाज पार्टी (BSP) के नेता अनुपम दुबे को रविवार को 12 अन्य लोगों के साथ सीतापुर में उस समय गिरफ्तार (Arrest) कर लिया गया, जब वे दो लक्जरी कारों में सवार होकर जिले में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे. उनके पास से कई हथियार भी बरामद हुए हैं. सूत्रों के अनुसार, अनुपम दुबे गैंगस्टर विकास दुबे के रिश्तेदार हैं, जिसने शुक्रवार को कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी और उनकी गिरफ्तारी इसी मामले के संबंध में हुई है. मिसरिख के सर्कल ऑफिसर अभय प्रताप ने मुखबिर से सूचना मिलने के बाद बसपा नेता को गिरफ्तार किया. प्रताप ने कहा कि उनसे उनके दौरे के उद्देश्य के बारे में पूछताछ की जा रही है. अनुपम दुबे 2017 के विधानसभा चुनाव में हरदोई जिले की सवायजपुर सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था. लेकिन वह चुनाव हार गया था.
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खूनी मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए
बता दें कानपुर से सटे बिकरु गांव में शुक्रवार को तड़के पुलिस और विकास दुबे गिरोह के बीच हुए खूनी मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इस मुठभेड़ में गिरोह के दो हमलावर भी मारे गए हैं. विकास दुबे के खिलाफ कानपुर के थाने में 60 एफआईआर दर्ज है. शुक्रवार को एक मामले की जांच के लिए कानपुर पुलिस बिकरु गांव गई थी. इसी समय विकास दुबे के गुर्गों ने जेसीबी मशीन लगाकर पुलिस का रास्ता बंद कर दिया. जैसे ही पुलिसकर्मी आगे बढ़े तो विकास के गुर्गों ने तीन दिशाओं से उन पर फायरिंग शुरू कर दी. कानपुर एनकाउंटर (Kanpur Encounter) के मामले में पुलिसकर्मियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है.
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पुलिसकर्मियों (UP Police) के सिर, चेहरे, हाथ, पैर, सीने और पेट में गोलियां लगी थीं
पुलिसकर्मियों (UP Police) के सिर, चेहरे, हाथ, पैर, सीने और पेट में गोलियां लगी थीं. कानपुर एनकाउंटर में शहीद हुए पुलिसकर्मियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक सिपाही सुल्तान को दो गोलियां मारी गईं. अन्य पुलिसकर्मियों को आठ से दस गोलियां मारी गईं, जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई. पोस्टमार्टम के दौरान डॉक्टर शरीर पर गोलियों के निशान देखकर दंग रह गए. पुलिसकर्मियों के सिर, चेहरे, हाथ, पैर, सीने और पेट में गोलियां लगीं. सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्र के चेहरे पर एक गोली लगने से वाइटल ऑर्गन बाहर आ गया और उन्होंने तुरंत दम तोड़ दिया.
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ज्यादातर गोलियां शरीर के पार हो गईं
डॉक्टरों के अनुसार, यही हाल अन्य पुलिसकर्मियों का भी हुआ होगा. ज्यादातर गोलियां शरीर के पार हो गईं. तीन पुलिसकर्मियों के शरीर में गोलियों के टुकड़े जरूर मिले जो हड्डियों से टकराने से कई टुकड़ों में बंट गए. गोलियां रायफल की बताई जा रही हैं. पोस्टमार्टम के दौरान मिले गोलियों के टुकड़ों को परीक्षण के लिए भेजा जाएगा. सीएमओ डॉ. अशोक कुमार शुक्ला के निर्देश पर चार डिप्टी सीएमओ, आठ डॉक्टरों व तीन वीडियोग्राफर की टीम शहीद पुलिसकर्मियों के पोस्टमार्टम में रही. इनमें डिप्टी सीएमओ डॉ. एपी मिश्र, डॉ. एसके सिंह, डॉ. अवधेश गुप्ता, डॉ. अरविंद यादव के निर्देशन में डॉ. विपुल चतुर्वेदी, डॉ. बीसी पाल, डॉ. परवीन सक्सेना, डॉ. राहुल कुमार वर्मा, डॉ. जीएन द्विवेदी, डॉ. शैलेंद्र कुमार और डॉ. धीरेंद्र कुमार ने पोस्टमार्टम किया. इस दौरान वीडियोग्राफी भी की गई.