कानपुर के बिकरु गांव में 8 पुलिसवालों की हत्या के बाद फरार चल रहे 5 लाख के मोस्टवांटेड विकास दुबे को गुरुवार सुबह उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर से गिरफ्तार कर लिया गया है. यूपी पुलिस की 100 से ज्यादा टीमें विकास दुबे को तलाश रही थीं. सूत्रों के हवाले से खबर है कि विकास की पत्नी ऋचा और बेटे को भी गिरफ्तार किया गया है. साथ ही एसटीएफ ने विकास के नौकर को भी हिरासत में लिया है.
शवों को जलाना चाहता था विकास
विकास दुबे ने अब अपने कबूलनामे में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. इस खुलासे से पता चला है कि कानपुर हत्याकांड और भी खतरनाक हो सकता था. विकास दुबे ने बताया है कि वह पुलिसवालों की लाशों को जला कर सबूत नष्ट करना चाहता था.
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उसने बताया कि घटना के बाद घर के बग़ल में कुँए के पास पाँच पुलिसवालों की लाशों को एक के ऊपर एक रखा गया था. ताकि उन्हें आग के हवाले किया जा सके. शवों को जलाने के लिए घर में गैलनों में तेल रखा था. लेकिन लाशों को इकट्ठा करने के बाद उसे जलाने का मौका इससे पहले पुलिस पहुंच गई.
कोटा से पहुंचा उज्जैन
विकास दुबे को जब उसके रिश्तेदारों ने रुकने से मना कर दिया तो वह फरीदाबाद की ओर निकला. वहां वह एक होटल मेंं ठहरा. फरीदाबाद में होटल से ऑटो में सवार हुआ, फिर निजी बस में सवार होकर कोटा पहुँचा. कोटा से बस बदलकर एक बार फिर उज्जैन के लिए निकला.
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उसे रास्ते में करीब 14 घंटे लगे. इस दौरान विकास के साथ 2 लोग थे जो कानपुर में कुछ लोगों के संपर्क में थे. बताया जा रहा है कि उन लोगों से बात करते हुए विकास आगे बढ़ता गया और उज्जैन पहुंच गया.
Source : News Nation Bureau