उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात के उन लोगों का इलाज जेलों की बैरक में किया जाए, जो डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बदसलूकी कर रहे हैं. अगर ऐसे लोग बच जाए, तो उन पर कोरोना फैलाने की साजिश के तहत मुकदमा चलाया जाए. उन्होंने भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखकर कहा कि ऐसे कोरोना पीड़ित की मृत्यु पर उसे डॉक्टरों की सलाह पर अंतिम संस्कार के रूप में जला दिया जाए.
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तबलीगी जमात आतंकवादी संगठनों के लिए मानव बम तैयार करती रही
वहीं इससे पहले शिया वक्फ बोर्ड अध्यक्ष वसीम रिजवी ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा था कि तब्लीगी जमात आतंकवादी संगठनों के लिए मानव बम तैयार करती रही है. इस जमात के लोगों ने अपने लोगों में कोरोना वायरस पैदा कर हिंदुस्तान इसलिए भेजा, जिससे कि भारत मे ज्यादा से ज्यादा मौतें कराई जा सकें. रिजवी ने कहा कि ऐसे लोगों के लिए मौत से कम कोई सजा नहीं होनी चाहिए.
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कोरोना केस को लेकर मचा हड़कंप
दरअसल निजामुद्दीन में धार्मिक कार्यक्रम के आयोजन से 25 से अधिक लोगों में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने को लेकर हड़कंप मचा हुआ है. पूरे इलाके में लोगों की जांच की जा रही है. अब तक 25 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हो चुकी है. लॉकडाउन के बाद भी इस तरह के आयोजन को लेकर सवाल उठ रहे हैं. जमात-ए-उलमाए हिन्द के मौलाना महमूद मदनी ने इसका बचाव करते हुए कहा था कि कार्यक्रम पहले से चल रहा था और इसी बीच लॉकडाउन हो गया. उम्मीद नहीं थी इस तरह लॉक डाउन हो जाएगा और सब कुछ बंद हो जाएगा.