नौ साल की लंबी कानूनी लड़ाई को समाप्त करते हुए उत्तर प्रदेश के नोएडा में सुपरटेक ट्विन टॉवर रविवार को विस्फोटकों के उपयोग के बाद लगभग नौ सेकंड के भीतर ढहा दिया गया. टावर, एपेक्स (32 मंजिल) और सेयेन (29 मंजिल), जो दिल्ली के कुतुब मीनार से भी ऊंचे थे यानी 100 मीटर ऊंचे इन दोनों टावर को ढहाने में कम से कम 3,700 किलोग्राम वजन वाले विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया. विस्फोट के बाद ये देखते ही देखते महज 9 सेकंड्स में धूल में मिल गई.
इस बिल्डिंग को गिराने की तैयारियां लंबे समय से चल रही थी. जो आखिरकार 2.30 बजे गिरा ही दी गई. इसे गिराने से पहले तमाम तरह की तैयारियां की गई, जिसमें सैकड़ों पुलिस बल की तैयारी, आस-पास के इलाके को खाली कराने की मशक्कत, ट्रैफिक रूट का डायवर्जन, धूल से निपटने के लिए स्मॉग फाइटर्स, आस-पास के अस्पतालों में इमरजेंसी घोषित करने से लेकर और भी बहुत कुछ. इतनी बड़ी इमारत को गिराने का भी ये पहला मामला है.
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जैसे ही इमारतें नीचे गिरीं, उसके बाद इन टावरों के गिरने की कई फुटेज सामने आने लगे. सोशल मीडिया पर इन टावरों के विध्वंस की कई फुटेज सामने आने शुरू हो गए. हालांकि इस बीच ड्रोन लिए गए दोनों टावरों के विस्फोट होते फुटेज सामने आए हैं जिसे पलक झपकते ही धूल के गुबार में बदलते दिखाई दे रहा है. फिलहाल इस विस्फोट के बाद आसपास रहने वाले पड़ोसियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और मलबे को साफ करने की प्रक्रिया चल रही है.