UP Weather Update Today: उत्तर प्रदेश में मानसून ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ ली है, जिससे प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है. राजधानी लखनऊ से लेकर नोएडा, गाजियाबाद समेत 30 से ज्यादा जिलों में अगले कुछ दिनों तक मूसलाधार बारिश होने का अनुमान है. मौसम विभाग (IMD) ने इन जिलों में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है.
मानसून की मेहरबानी से नदियां उफान पर
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण कई जिलों में नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, जिससे बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो दिनों तक प्रदेश के लोगों को बारिश से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है.
वहीं मंगलवार शाम को प्रयागराज, कौशाम्बी, वाराणसी, चित्रकूट, बांदा, चंदौली, जौनपुर, गोंडा, अमेठी, सीतापुर और लखीमपुर खीरी समेत कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है. इस बारिश के कारण इन जिलों में बाढ़ और जलभराव की स्थिति और बिगड़ सकती है. मौसम विभाग ने बताया है कि प्रदेश के कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना भी है.
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21 और 22 अगस्त को भारी बारिश की चेतावनी
इसके साथ ही आपको बता दें कि मौसम विभाग ने 21 और 22 अगस्त को उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है. वाराणसी, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, अमेठी, अयोध्या, बिजनौर, सहारनपुर, बस्ती और गोंडा समेत कई जिलों में मूसलाधार बारिश की संभावना है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इन जिलों में अगले कुछ दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा, जिससे स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है.
30 से ज्यादा जिलों के लिए अलर्ट
साथ ही आपको बता दें कि आईएमडी ने उत्तर प्रदेश के 30 से ज्यादा जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। राजधानी लखनऊ, बस्ती और गोंडा समेत कई जिलों में 21 और 22 अगस्त को बारिश का अनुमान है, जिससे जलभराव और बाढ़ की स्थिति पैदा हो सकती है. वहीं मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे नदियों के किनारे और निचले इलाकों में सावधानी बरतें और घरों से बाहर निकलते समय सतर्क रहें. सरकार और स्थानीय प्रशासन भी अलर्ट मोड पर हैं और राहत कार्यों के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं.
प्रशासन की तैयारी और सावधानियां
इसके अलावा प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही, स्थानीय प्रशासन ने जलभराव और बाढ़ से निपटने के लिए आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय कर दिया है. लोगों से अपील की गई है कि वे मौसम विभाग के अलर्ट को गंभीरता से लें और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन से संपर्क करें.