यूपी में इन घरों के बाहर क्यों लिखा है, ये मकान बिकाऊ है, जानें पूरा मामला

इस्लाम नगर की दर्जनों महिलाओं व पुरुषों ने परेशान होकर जिला अधिकारी कार्यालय का रुख किया और वहां पहुंच कर जमकर हंगामा काटा. स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले 25 वर्षों से इस इलाके में रह रहे हैं, लेकिन विकास के नाम पर कुछ भी नहीं किया जा रहा है.

author-image
Ritika Shree
New Update
Why is it written outside these houses in UP, this house is for sale

यूपी में इन घरों के बाहर क्यों लिखा है, ये मकान बिकाऊ है( Photo Credit : न्यूज नेशन)

Advertisment

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में सैकड़ों परिवार पलायन करने के लिए मजबूर है. थाना क्वार्सी इलाके के नई आबादी इस्लाम नगर में सैकड़ों परिवार ने अपने घर के सामने लिख दिया है- यह मकान बिकाऊ है. इस्लाम नगर के लोग कई सालों से मूलभूत सुविधाओं से वंचित है, जिससे लोग परेशान हैं. इस्लाम नगर की सड़कें किसी पोखर से कम नहीं है. कई तरह की बीमारी जन्म ले रही है. बच्चे बीमार हो रहे है. एंबुलेंस आने तक का रास्ता नहीं है. चारों तरफ गंदगी का अंबार है, जबकि पूरा मोहल्ला नगर निगम की सीमा में है और वार्ड नंबर 78 के अंतर्गत आता है. 

यह भी पढ़ेः यूपी में फिर खुले स्कूल, कहीं छात्रों का स्वागत फूलों के साथ किया गया तो कहीं...

इस्लाम नगर की दर्जनों महिलाओं व पुरुषों ने परेशान होकर जिला अधिकारी कार्यालय का रुख किया और वहां पहुंच कर जमकर हंगामा काटा. स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले 25 वर्षों से इस इलाके में रह रहे हैं, लेकिन विकास के नाम पर कुछ भी नहीं किया जा रहा है, सड़कें और पोखर एक जैसी नजर आती हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि बच्चे और परिवार के लोग आए दिन बीमार पड़ जाते हैं, जिसके चलते मकान बेचने को मजबूर हैं और घरों पर 'यह मकान बिकाऊ है' लिखना पड़ रहा है. प्रदर्शनकारी महिला ने आरोप लगाया कि पड़ोस की कॉलोनी रामनगर में पक्की सड़कें तोड़कर बनाई जा रही हैं, लेकिन यहां विकास नहीं हो रहा है. 

यह भी पढ़ेः उत्तर प्रदेश में मुहर्रम के जुलूस पर प्रतिबंध, लेकिन इसकी मिली अनुमति

नगर आयुक्त गौरांग राठी में बताया कि इस्लाम नगर के लोगों द्वारा शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें बताया गया है कि यह अविकसित कॉलोनी है, जहां कभी नक्शा पास  पास नहीं कराया गया है, जिसके चलते सीवरेज, ड्रेनेज व सड़कों का विकास नहीं हो सका है, यह समस्या काफी सालों से चली आ रही है. नगर आयुक्त गौरांग राठी ने कहा कि ये समस्या काफी जटिल है, जिसको ध्यान में रखते हुए फाइल तैयार कराकर एस्टीमेट रेडी हो चुका है, अगले सदन की मीटिंग में में इस्लाम नगर की फाइल को रखा जाएगा, एस्टीमेट का बजट अधिक होने के कारण उसे एक बार में ना पूरा करा कर किस्तों में महत्वपूर्ण कार्य पूर्ण कराए जाएंगे.

HIGHLIGHTS

  • इस्लाम नगर की सड़कें किसी पोखर से कम नहीं है
  • चारों तरफ गंदगी का अंबार है, जबकि पूरा मोहल्ला नगर निगम की सीमा में है
  • स्थानीय लोगों का कहना है कि बच्चे और परिवार के लोग आए दिन बीमार पड़ जाते हैं

Source : News Nation Bureau

Uttar Pradesh Aligarh people house is for sale Written matter
Advertisment
Advertisment
Advertisment