अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने हाल में दावा किया है कि उन्हें भाजपा (BJP) के एक नेता की ओर से धमकी भरा फोन और मैसेज आया था. यादव शनिवार को कन्नौज जिले में सपा के महिला सम्मेलन में पहुंचे थे. जब वह सभा को सम्बोधित कर रहे थे तभी जनता के बीच से गोविन्द शुक्ला नाम के युवक ने अखिलेश से बेरोजगारी पर सवाल किया. इस पर अखिलेश ने उससे पूछा कि तुम किसके आदमी हो? भाजपा के तो नहीं हो? इतना कहने पर शुक्ला ने जय श्री राम का नारा लगाया. तब सपा के कार्यकर्ताओं ने उसकी पिटाई करना शुरू कर दी. तब अखिलेश ने कहा था, "एक भाजपा नेता ने मुझे फोन और मैसेज करके जान से मारने की धमकी दी है. मेरी जान को खतरा है. धमकी का मैसेज मोबाइल में सेव है. एक-दो दिन में लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा."
इस मामले में सियासत तेज हो गई है. उत्तर प्रदेश विधानसभा (Uttar Pradesh Assembly) में सोमवार को विपक्षी समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav Security) की सुरक्षा के मुद्दे को लेकर हंगामा मचाया जिसके बाद सदन की कार्रवाई आधे घंटे के लिये स्थगित कर दी गयी.
वहीं इस मामले में योगी सरकार के मंत्री मोहसिन रजा ने अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. मोहसिन रजा ने कहा कि 'अखिलेश जी के दिल की बात जुबां पर आ गई. अखिर वो जय श्री राम के नारे से खुद को इतना असुरक्षित क्यों महसूस करते हैं. यह तो बड़ा हास्यास्पद है कि किसी राष्ट्रीय पार्टी का अध्यक्ष सरकार पर ही आरोप मढ़ने लगे. बल्कि जब अखिलेश जी के पिता जी मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने अयोध्या में जय श्री राम का नारा लगाने वाले निहत्थे कारसेवकों पर गोलियां चलवाई थी. तो हमारे समझ में नहीं आ रहा कि आखिर ये कनेक्शन क्या है. अखिलेश जी को साफ करना चाहिए कि जय श्रीराम का नारा लगाने वाले से वो खुद को असुरक्षित कैसे महसूस कर रहे हैं.'
Source : News Nation Bureau