क्या दशकों पुराने अयोध्या विवाद का हल निकलने वाला है या जनता को देश के सबसे पुराने विवाद को सुलझता देखने के लिए और इंतज़ार करना होगा. 28 सितंबर को देश की सबसे बड़ी अदालत इन सवालों का जवाब दे सकती है लेकिन उसके पहले ही बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक ट्वीट किया है जिससे खलबली मची हुई है। सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट में लिखा है कि, 'अपनी सीट बेल्ट कस लीजिए, मस्जिद में नमाज पढ़ने को इस्लाम का अभिन्न अंग न माने जाने के सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की बेंच के फैसले को 7 जजों को सौंपने पर फैसला हो सकता है, यदि सुप्रीम कोर्ट इससे इनकार कर देता है तो हम राम मंदिर की राह पर बढ़ रहे हैं और यदि हां होता है तो हम संसद का रास्ता चुनेंगे'.
इसी मुद्दे पर आज अपने पसंदीदा चैनल न्यूज स्टेट (उत्तर प्रदेश/उत्तराखंड) पर शाम 08:30 बजे देखिए 'सबसे बड़ा मुद्दा' में बड़ी बहस और आप भी चैनल के ट्विटर और फेसबुक हैंडल के जरिए अपने सवालों को उठा सकते हैं।
दरअसल मस्जिद में नमाज़ पढ़ना इस्लाम का ज़रूरी हिस्सा है या नहीं इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट फैसला लेगी कि ये मामला 7 जजों की बेंच के पास भेजा जाएगा या नहीं. इसी के बाद तय होगा कि अयोध्या विवाद का निपटारा जल्द होगा या इसे सुलझाने में और वक्त लगेगा.
28 सितंबर को इस पेचीदा मामले पर कोर्ट का क्या रुख़ रहेगा इसपर सबकी नज़रें टिकी हुई हैं. माना जा रहा है कि मस्जिद पर सुप्रीम कोर्ट के आने वाले फैसले से ही अयोध्या मामले की दिशा तय होगी
इस मुद्दे पर चर्चा के लिए हमारे साथ विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी, बीजेपी से आईपी सिंह, शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी, समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता जगदेव सिंह और बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के सदस्य वसीम गाजी जुड़ेंगे जिनसे आप भी ट्विटर और फेसबुक के जरिए अपने सवाल पूछ सकते हैं। खास बात यह है कि इस विषय पर कांग्रेस ने अपना पक्ष रखने से इनकार कर दिया और यूपीसीसी ने कहा कि कांग्रेस इस विषय पर नहीं बोलेगी।
Source : News Nation Bureau