उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण बेहद भयावह रूप ले चुका है. संक्रमण की गति लगातार बढ़ती जा रही है. इस कारण हालात दिनों दिन बिगड़ रही है. प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से चरमरा गई हैं. दवाई से लेकर ऑक्सीजन की कमी के चलते हाहाकार मचा हुआ है. बिगड़ते हालातों को लेकर विपक्षी दल भी यूपी सरकार पर हमलावर हैं. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार सरकार को निशाने पर लिए हुए हैं. इसी बीच उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें कोरोना से बेटे की मौत के बाद एक पिता का दर्द देखने को मिल रहा है तो साथ ही वह शख्स मीडिया की बखिया उधेड़ रहा है.
यह भी पढे़ं: Watch: रामपुर के अस्पताल में मचा बवाल, डॉक्टर और नर्स ने एक-दूसरे को जड़े थप्पड़
वीडियो में जब महिला पत्रकार एक व्यक्ति से सवाल पूछती है तो वह शख्स बौखला उठता है. यह शख्स मीडिया पर पैसे लेने और सरकार की वाहवाही करते रहने का आरोप लगाता है. यह शख्स न सिर्फ उस महिला पत्रकार को खरी खोटी सुनाता है, बल्कि पूरी मीडिया पर गंभीर आरोप लगाते हुए अपनी भड़ास निकालता है. वीडियो कानपुर का बताया जा रहा है. सपा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस वीडियो को शेयर करते हुए कोई कैप्शन नहीं दिया है, मगर अपनी बात उन्होंने बिना कुछ लिखे और कहे लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की है.
देखें: न्यूज नेशन LIVE TV
हालांकि अखिलेश यादव ने लगातार सरकार को घेरते आ रहे हैं. इससे पहले उन्होंने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से चरमरा गई हैं और शहरों की तुलना में गांवों में हालात बदतर हैं. उत्तर प्रदेश में पिछले सात दिनों के दौरान कोविड-19 मामलों में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई है. यादव ने कहा, 'मुख्यमंत्री योगी को सपा के शासनकाल में किए गए काम से एलर्जी है और वह लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं. वह आसानी से हमारे शासन में बनी इमारतों को कोविड सुविधाओं में बदल सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. अब सरकार ने सपा के शासनकाल में बने कैंसर अस्पताल, हज हाउस, अवध शिल्पग्राम को कोविड सेंटर में बदलने का फैसला किया है.'
यह भी पढे़ं: Coronavirus Lockdown: गृह मंत्रालय ने बताया अब कैसे लगेगा लॉकडाउन, जानें नई गाइडलाइन
अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री की प्राथमिकता सत्ता में बने रहना और अपनी रैलियों में कोरोनवायरस के प्रसार की परवाह किए बिना चुनाव जीतना है. भाजपा के लिए लोगों के जीवन का कोई मूल्य नहीं है. उन्होंने दावा किया, 'प्रशासनिक अधिकारियों के बीच समन्वय की कमी के कारण स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है.' उन्होंने आरोप लगाया, 'योगी सरकार ने राज्य को गिद्धों को सौंप दिया है जो जुर्माना लगाकर और आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी कर आम आदमी को निशाना बना रहे हैं.'