उत्तर प्रदेश में कोई भी सरकार चाहे जितना दावा कर ले कि उसके राज में लोग सुरक्षित हैं. क्राइम कम हुआ है. लेकिन वह यह दावा नहीं कर सकती कि पुलिस ने घूस लेना बंद कर दिया है. वह यह भी दावा नहीं कर सकती कि वर्दी धारी लोग विनम्र होकर लोगों से बात करते हैं या फिर उनका काम बिना घूस के लिए कर देते हैं. इसका उदाहरण बाराबंकी के थाना जहांगीराबाद में देखने को मिला है.
जहां महिला कांस्टेबल पासपोर्ट वेरीफिकेशन के नाम पर एक व्यक्ति से घूस ले रही है. घूस लेना तो गलत ही है लेकिन पैसा लेकर पासपोर्ट का फर्जी वेरीफिकेशन करना भी बेहद गंभीर अपराध है. जहांगीराबाद थाने में तैनात महिला कांस्टेबल नीलम की इस करतूत का वीडियो वायरल हो रहा है. यह कोई नई बात नहीं है जब राजधानी से सटे बाराबंकी जिले की पुलिस सवालों के घेरे में है.
हाल ही में 65 लाख की अवैध वसूली करने के आरोप में बारबंकी के पूर्व कप्तान को निलंबित कर दिया गया था. साथ ही जिस महिला कांस्टेबल का वीडियो वायरल हुआ है वह भी जैदपुर थाने से फर्जी पासपोर्ट जारी करने के मामले में निलंबित हुई थी. लेकिन जहांगीराबाद थाने में आने के बाद भी वह अपनी आदतों से बाज नहीं आई.
वीडियो में साफ देखा जा रहा है कि पीड़ित महिल कांस्टेबल को अपनी जेब से पैसा निकाल कर दे रहा है. वीडियो की खास बात यह है कि जिस समय पैसों का यह लेनदेन हो रहा था वहां एक दूसरा पुलिस कर्मी भी मौजूद था. डीजीपी की लाख कोशिशों के बाद भी यूपी की पुलिस सुधरने का नाम नही ले रही है. उत्तर प्रदेश के डीजीपी भले ही पुलिस को जनता का मित्र बताएं लेकिन पुलिस डीजीपी की बातों को भी नजरअंदाज कर दे रही है.
पासपोर्ट वेरीफिकेशन में खेल
पासपोर्ट वेरीफिकेशन के नाम पर घूसखोरी कोई नई बात नहीं है. पासपोर्ट के वेरिफिकेशन के लिए हर व्यक्ति को पैसा देना ही पड़ता है. जिन लोगों ने घूस देने से मना किया उनके मुताबिक पुलिस के लोग गलत रिपोर्ट लगा कर भेज देते हैं. जिससे पासपोर्ट नहीं बन पाता.
HIGHLIGHTS
- बाराबंकी पुलिस का एक और कारनामा, वीडियो वायरल
- घूस लेने वाली महिला कांस्टेबल पहले हो चुकी है सस्पेंड
- नए थाने में आकर भी पासपोर्ट वेरीफिकेशन के नाम पर मांगा घूस
Source : News Nation Bureau