बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने कुंभ में साधु-संतों से नसा, चिलम और तंबाकू छोड़ने की अपील की है. महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर रामदेव ने कहा कि जब हम कल्याण के लिए घर-परिवार और मोह-माया छोड़कर इस पावनी ऋषि परम्परा में आ गए तो क्या हम नशा, चिलम और तम्बाकू आदि नहीं छोड़ सकते? बाबा रामदेव ने कहा, 'हम राम और कृष्ण को आदर्श मानते हैं और उनका अनुसरण करते हैं, उन्होंने अपने जीवन में कभी नशा नहीं किया, तो हमें क्यों करना चाहिए. अगर हम युवाओं को तंबाकू और सिगरेट छोड़ने को कह सकते हैं तो साधुओं को क्यों नहीं.'
बाबा रामदेव के 'चिलम छोड़ो आंदोलन' में सबसे पहले निर्मोही अखाड़ा ने भागीदारी की. महंत राजेन्द्र दास महाराज ने चिलम दान देकर इस अभियान की शुरुआत की और नशा मुक्ति के लिए संकल्प लिया. यह वही अखाड़ा है जो कुंभ में सबसे पहले शाही स्नान करता है.
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55 दिन तक चलने वाला कुंभ मेला 4 मार्च को खत्म हो जाएगा. कुंभ दुनिया का सबसे बड़ा मेला होता है जहां 150 मिलियन श्रद्धालुओं का संगम में डुबकी लगाने की उम्मीद की जा रही है. कुंभ में देश के ही नहीं विदेशों के लोग भी शिरकत करते हैं. ऐसा कहा जाता है कि कुंभ में संगम में डुबकी लगाने पर तमाम पाप नष्ट हो जाते हैं और मन पवित्र हो जाता है.
Source : News Nation Bureau