कानपुर के बिकरू गांव में एनकाउंटर में शहीद हुए सीओ (CO) देवेंद्र मिश्रा और सबइंस्पेक्टर महेश यादव के परिजनों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर मुलाकात की. साढ़े बारह से मुलाकात शुरू हुई. 15 मिनट तक बातचीत चली. इस दौरान मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों को पूरी मदद का भरोसा दिया. मुख्यमंत्री आवास के बाहर मीडिया का बड़ा जमावड़ा था, लेकिन शहीदों के परिजनों ने मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया.
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विकास दुबे का भाई अभी तक नहीं आया पुलिस के सामने
गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) के एनकाउंटर (Encounter) के बाद अब यूपी पुलिस उसके भाई दीप प्रकाश दुबे (Deep Prakash Dubey) की संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई शुरू करने जा रही है. इस मामले में पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद विकास दुबे के भाई दीपप्रकाश दुबे ने ना तो समर्पण किया है ना ही पुलिस के सामने आया है. दरअसल कानपुर में जो 3 जुलाई की रात बिकरू गांव में जो शूटआउट हुआ था उसकी जांच को लेकर पुलिस को दीपप्रकाश दुबे की तलाश है, लेकिन दीप प्रकाश तीन जुलाई से ही फरार है.
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बीस हजार रूपये का इनाम घोषित
दीप प्रकाश की मां सरोज देवी ने भी अपील की थी कि वह पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दे. बावजूद इसके वह लगातार फरार चल रहा है. दीप प्रकाश पर पुलिस ने बीस हजार रूपये का इनाम घोषित कर रखा है. उसकी फरारी के चलते पुलिस ने अदालत में उसकी सम्पत्तियों को ज़ब्त करने के लिये भी आवेदन किया है. आदेश मिलने के बाद ज़ब्त करने की कार्रवाई की जायेगी. इस मामले में पुलिस को दीप प्रकाश की भूमिका पर शक है. सूत्रों के मुताबिक विकास ने दीप प्रकाश के नाम से अवैध सम्पत्तियां बनाई थी और उस पर शक है कि बिकरू कांड मे उसे भी तमाम बातें पहले से पता थी.