गोरक्षपीठाधीश्वर और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवरात्रि की नवमी तिथि पर शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर में मां भगवती के नवें स्वरूप, मां सिद्धिदात्री की आराधना की. इस अवसर पर उन्होंने नौ कन्याओं और बटुक भैरव के पांव पखारकर व्रत का पारायण किया.
सीएम ने श्रद्धालुओं को संबोधित किया
मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि शारदीय नवरात्र आधी आबादी के सम्मान, सुरक्षा और स्वावलंबन की प्रेरणा प्रदान करता है. उन्होंने जोर दिया कि जब महिलाओं का सम्मान और सशक्तीकरण होगा, तब समाज स्वयं सशक्त और समर्थवान बनेगा. उन्होंने भारतीय मनीषियों का हवाला देते हुए कहा कि "दैवीय शक्तियां वहीं वास करती हैं, जहां उनका सम्मान होता है," इसीलिए सभी को मिलकर एक ऐसा माहौल बनाना चाहिए जिससे समाज में सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.
कन्या पूजन की परंपरा
शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर में आयोजित कन्या पूजन अनुष्ठान में सीएम योगी ने नौ दुर्गा स्वरूपा कन्याओं के पांव धोकर उनका विधि-विधान से पूजन किया. उन्होंने कन्याओं को चुनरी ओढ़ाई, आरती उतारी, उन्हें श्रद्धापूर्वक भोजन कराया और दक्षिणा एवं उपहार देकर उनका आशीर्वाद लिया. मुख्यमंत्री ने इस दौरान बटुक पूजन की परंपरा का भी निर्वहन किया.
कन्याओं के पैर धोएं
सीएम योगी के प्यार और दुलार से कन्याओं और बटुक भैरव के चेहरे पर खुशी देखने लायक थी. उन्होंने सभी बालिकाओं को एक-एक कर पांव धोकर उनका सम्मान किया. इस दौरान, सीएम ने भोजन परोसते समय भी संवाद जारी रखा, यह सुनिश्चित करते हुए कि किसी भी बालक या बालिका की थाली में प्रसाद की कोई कमी न रहे.
मुख्यमंत्री की योजनाएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए कई योजनाएं चला रहे हैं, जैसे कि मिशन शक्ति, एंटी रोमियो स्क्वाड, पिंक टॉयलेट, पिंक बूथ, और पिंक बसें. इसके अतिरिक्त, उन्होंने पीएसी में महिला बटालियन की स्थापना, महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती, लखपति दीदी, बैंक सखी, कृषि सखी, और स्वयं सहायता समूहों के सशक्तिकरण जैसी कई योजनाओं को भी लागू किया है.